6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Pahalgam Terror Attack: छह दिन की दुल्हन… अभी भी टंगी है दूल्हे की शेरवानी, अंतिम संस्कार में बिलख पड़ी बहन..

Pahalgam Terror Attack: करनाल में नौ सेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान विनय की बहन का करुण क्रंदन देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। सीएम नायब सिंह सैनी ने उन्हें ढांढस बंधाया।

3 min read
Google source verification
नौ सेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के शव पर रोती बिलखती उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल।

नौ सेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के शव पर रोती बिलखती उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल।

Pahalgam Terror Attack: उस अलमारी में आज भी नेवी ऑफिसर विनय नरवाल की शादी की शेरवानी करीने से टंगी है। वहीं पास में मसूरी से आधा खुला ट्रैवल बैग पड़ा है। जिसमें अब केवल एक अधूरी यात्रा की दास्तान बची है। शादी के छह दिन बाद कश्मीर की वादियों में नौ सेना के लेफ्टिनेंट 26 साल के विनय नरवाल अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने गए थे। जहां आतंकवादियों ने उन्हें मार डाला। इसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया।

इस वायरल तस्वीर में जमीन पर पड़ा एक नौजवान का शव और उसके पास बैठी उसकी पत्नी। यह तस्वीर विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी की बताई गई। यह वही हिमांशी थी। जिसकी मात्र छह दिन पहले ही विनय के साथ शादी हुई थी। हिमांशी के हाथों की मेहंदी का रंग भी अभी फीका नहीं पड़ा था, उसकी कलाई में लाल चूड़ियां चीख-चीखकर उसके नवविवाहित होने का दावा कर रही थीं, लेकिन आतंकवादियों का दिल नहीं पसीजा। विनय और हिमांशी को हनीमून के लिए स्विट्जरलैंड जाना था, लेकिन वीजा में देर हो रही थी। इसलिए पहलगाम को चुना। इसी बीच मंगलवार को गोलीबारी में सब कुछ बदल गया। अब करनाल के उस घर में सिर्फ शेरवानी टंगी है, चूड़ियों की खनक नहीं गूंज रही।

करनाल में जहां छह दिन पहले तक रिश्तेदारों की रौनक के बीच घर में गीत गाए जा रहे थे। वहां अब सिर्फ सन्नाटे का पहरा बचा है। घर के कोनों में सिसकते चेहरों के बीच सिर्फ छह दिन की दुल्हन हिमांशी के लिए ‌दिन पहाड़ जैसे हो गए हैं। रो-रोकर हिमांशी का चेहरा सूज गया है। आंखे और होठ तक सूख चुके हैं। हंसी खुशी जीवनभर के लिए विनय के साथ जुड़ी हिमांशी की पूरी दुनिया ही उजड़ गई। घर में विनय नरवाल की छोटी बहन जो अपने हंसमुख स्वभाव के चलते पूरे घर को महका रही थी। वह अब शांत हो चुकी है। इस दर्दनाक मंजर को देखकर पड़ोसी भी सदमे में हैं।

यह भी पढ़ें : पाकिस्तानियों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश, सीमा हैदर पर कितना लागू होगा फैसला?

मेरा भाई डेढ़ घंटे तक जिंदा था…

भारतीय नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल का अंतिम संस्कार हरियाणा के करनाल में किया गया। इस दौरान विनय की बहन ने चिता को मुखाग्नि दी तो माहौल एक बार फिर गमगीन हो गया। इस दौरान उसके हाथ कांप रहे थे। मौके पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी भी मौजूद रहे। विनय की बहन ने सीएम नायब स‌िंह सैनी से कहा "मेरा भाई डेढ़ घंटे तक जिंदा था। उसे बचाया जा सकता था, लेकिन वहां कोई भी नहीं था जो उसे बचाए। अगर वहां कोई होता तो आज मेरा भाई जिंदा होता। उसे कोई मदद नहीं मिली। जिन लोगों ने मेरे भाई को मारा हो वो मुझे मरे हुए चाहिए। उन्होंने मेरे भाई से पूछा कि तुम मुसलमान हो और तीन गोली मार दी।" इसके बाद सीएम नायब सिंह सैनी ने विनय की बहन को सांत्वना देते हुए कहा "वो मरेगा जिसने तुम्हारे भाई को मारा है।"

हिमांशी ने बताई घटना की पूरी कहानी

विनय नरवाल के साथ मात्र छह दिन पहले शादी के बंधन में बंधी में हिमांशी हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली हैं। वह पीएचडी कर रही हैं। बुधवार को नौ सेना के अधिकारी विनय नरवाल का शव करनाल पहुंचा तो हिमांशी ने बताया "हम दोनों भेलपुरी खा रहे थे। इसी बीच एक युवक आया। उसने पूछा कि तुम मुसलमान है। इसपर विनय ने न में सिर हिलाया। बस ये देखते ही उसने विनय को गोली मार दी।" इस दौरान हिमांशी जोर-जोर से रोने लगती हैं। जिसे देखकर मौके पर मौजूद हर किसी की आंखें नम हो जाती हैं। विनय नरवाल को अंतिम विदाई देते समय हिमांशी ने कहा "भगवान आपकी आत्मा को शांति दें। हमें उनपर गर्व है और हम उन्हें सदा गौरवान्वित करते रहेंगे।"