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63 फीसदी का मानना एक दशक में शहर में नहीं हुआ कोई बदलाव, जस के तस हैं हालात

-पत्रिका ने यातायात से जुड़ी परेशानियों को लेकर किया था सर्वे

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दमोह

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Aakash Tiwari

Nov 07, 2024


-पत्रिका ने यातायात से जुड़ी परेशानियों को लेकर किया था सर्वे
दमोह. शहर में यातायात व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। प्रमुख मार्गों पर जाम के हालात बने हुए हैं। फुटपाथों पर अतिक्रमण और दुकानदारों ने सामान बाहर रखकर रास्तों को तंग कर दिया है। पत्रिका ने इसी सिलसिले में सर्वे किया था। इसमें ५ सवाल जनता से पूछे गए थे। इनमें से एक सवाल पर ६३ प्रतिशत लोगों का मानना है कि एक दशक में शहर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं ३७ प्रतिशत लोग मानते हैं कि शहर में बदलाव नजर आ रहा है। ज्यादातर लोगों बदलाव के पक्ष में इसलिए नहीं हैं, क्योंकि बस स्टेंड की हालत जस की तस है। घंटाघर क्षेत्र में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जाम के हालात बनते जस के तस नजर आतें हैं। खासबात यह है कि सर्वे में १०० फीसदी लोग यातायात व्यवस्था से असंतुष्ट हैं। ट्रेफिक सिंग्रल को लेकर सौ फीसदी लोग चाहते हैं कि चौराहों पर सिग्रल लगे।

शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर पत्रिका सर्वे

सवाल: शहर की यातायात व्यवस्था से क्या आप संतुष्ट हैं।
हां ००
नहीं १००

सवाल: फुटपाथों पर अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाए हैं।
हां ५०
नहीं ५०

सवाल: घंटाघर पर रोजाना जाम लग रहा है। इसकी मुख्य वजह अतिक्रमण है क्या?
हां ८७.५
नहीं १२.५

सवाल: शहर के अन्य चौराहों पर सिग्रल नहीं हैं, उनके लगने से सुधार हो सकता है।

हां १००
नहींं ००

सवाल: बीते दस सालों में शहर का विकास हुआ है क्या
हां ३७.५
नहीं ६२.५