- बताया जा रहा है कि पुरानी बिल्डिंग के प्रोजेक्ट्स से ही नई बिल्डिंग को बनाने का बजट निकाला जाएगा। इसके साथ ही पुराने शहर में मुख्यमार्ग से लगी जमीन का बेहतर उपयोग हो जाएगा। यहां नई बसाहट और बाजार क्षेत्र विकसित होने का पुराने व नए शहर को लाभ मिलेगा।
- अभी प्रोफेसर कॉलोनी में तालाब से 50 मीटर दायरे की वजह से कानूनी पेंचिदगियों में उलझे नए कलेक्टर भवन के लिए चार फाइव जी बिल्डिंग की डिजाइन तय है। संभागायुक्त, आइजी देहात, कलेक्टर, पांच एडीएम, नाजिर शाखा, खनिज शाखा, आबकारी विभाग, खाद्य विभाग, निर्वाचन के लिए अलग से कार्यालय, खाद्य विभाग व इनसे संबंधित कार्यालयों, बाबुओं के बैठने की व्यवस्था, कॉफ्रेंस कक्ष, रिकॉर्ड रूम, लोकसेवा गारंटी केंद्र, एसएलआर, अधिवक्ता कक्ष व अन्य वे कार्यालय जो बाहर किराए की बिल्डिंग में संचालित हो रहे हैं, वे सभी इसी बिल्डिंग में लाएंगे।
ओल्ड सचिवालय कलेक्ट्रेट कार्यालय से जुड़ी जमीन का भू उपयोग शासन स्तर से बदलने की प्रक्रिया शुरू की थी। नए प्रोजेक्ट्स के तहत इसे बदला गया है।
- श्रीकांत बनोठ, संचालक टीएंडसीपी