राजगढ़. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्रों में तीन दिन से लगातार बारिश से कस्बे के बारलाबास में एक मकान ढह गया, जिससे घरेलू सामान मलबे में दब गया।बारलाबास निवासी रोशन जागा ने बताया कि मुख्य डाकघर के सामने उसका व उसके भाई ईसर का मकान है। बारिश के चलते रविवार सुबह करीब नौ बजे अचानक उसका एक कमरा व उसके भाई के दो मंजिले मकान के नीचे का हिस्सा गिर गया, जिससे उसका व उसके भाई का घरेलू सामान मलबे में दब गया।
गनीमत यह रही कि उसके व उसके भाई ईसर के सभी परिवार वाले घर से बाहर थे, जबकि रोशन खुद बीमार रहता है व उसकी पत्नी गलीचा बनाकर घर का पालन-पोषण कर रही है। दोनों भाइयों के पास अब रहने व खाने -पीने का सामान नहीं बचा। मकान गिरने से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। रोशन व ईसर ने बताया कि शनिवार रात करीब नौ बजे उनके मकानों में दरार चल गई। इस पर वो पूरे परिवार सहित अन्यत्र स्थानों पर रात को सोए। इसके अलावा तीसरे भाई संतोष जागा के मकान में भी दरार आ गई। सूचना पर तहसीलदार विनोद शर्मा व एएसआई धारासिंह मौके पर पहुंचे तथा नुकसान का जायजा लिया। तहसीलदार विनोद शर्मा ने बताया कि पालिका ईओ से वार्ता कर गंगाबाग स्थित अम्बेडकर भवन में रहने व खाने -पीने के लिए इंदिरा रसोई से व्यवस्था की गई है। इसकी रिपोर्ट बनाकर आगे भेजी जाएगी। पटवारी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। दूसरी ओर बारलबास मोहल्ला में बारिश के चलते मिठ्ठू धोबी के मकान का एक तरफ का हिस्सा धराशायी हो गया, लेकिन मकान काफी अरसे से बंद पडा होने के कारण कोई हानि नहीं हुई। पुराना राजगढ गांव के सेढ मोहल्ला के रास्ते में मुंशीलाल सैनी के मकान के आगे बनी करीब तीस-चालीस फीट लंबी दीवार ढह गई।
51 मिमी बारिश
राजगढ़ में सुबह आठ से शामचार बजे तक 51 मिमी बारिश दर्ज की गई। रविवार भी सुबह से बारिश का दौर जारी रहने से नाले उफान पर रहे। सराय बाजार, तहसील रोड, चिकित्सालय के सामने, मेला का चौराहा तक सडक मार्ग पर कई फीट गंदा पानी जमा हो गया। कस्बे के माचाडी मार्ग स्थित पर्यटन स्थल झरना धाम पर उपरा चलने एवं कुण्डों में नहाने के लिए लोगों का जमावडा लगा हुआ है।
कई बांधों की चली चादर
जल संसाधन विभाग ब्लॉक राजगढ़ के तीन बांधों में चादर चलने लगी है। टहला क्षेत्र के मंगलसर बांध की भराव क्षमता 46 फीट है, जिसमें 22 फीट पानी की आवक हुई है। टहला क्षेत्र के मानसरोवर बांध की भराव क्षमता 21 फीट 6 इंच है। इस पर एक फीट की चादर चल रही है। जयसागर बांध की भराव क्षमता 30 फीट 4 इंच है, जिसमें 21 फीट पानी आया है। जैतपुर बांध की भराव क्षमता 14 फीट है, जिसमें एक फीट की चादर चल रही है।
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परकोटे की सुरक्षा दीवार टूटी, पीपल का पेड़ ट्रांसफॉर्मर पर गिरा
प्रतापगढ़. कस्बे के हलवाई मोहल्ले के पास बारिश से परकोटे की सुरक्षा दीवार धंस जाने से करीब तीस फ़ीट तक टूट गई। रविवार को सुरक्षा दीवार के पास पीपल का पेड़ भी परकोटे से बाहर नदी की ओर खेत में लगी सिटी सप्लाई ट्रांसफाॅर्मर के स्ट्रेक्चर पर गिर गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। परकोटे की सुरक्षा दीवार तीन सौ साल पुरानी थी। अरवरी नदी क्षेत्र व आबादी के बीच 25 फ़ीट ऊंची सुरक्षा दीवार बनाई गई थी। शुक्रवार को भी सुरक्षा दीवार का हिस्सा गिरा था। घटना से कुछ लोगों की सम्पति का भी नुकसान हुआ, लेकिन प्रभावित लोगों की पीड़ा सुनने कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा।
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तेज वेग से आया पानी
मालाखेड़ा. क्षेत्र में शनिवार रात 12 से रविवार दोपहर 12 बजे तक तेज बारिश से क्षेत्र के सभी तरण ताल, जोहड, तालाब लबालब हो गए। हाजीपुर, हमीरपुर, सिरावास क्षेत्र में बारिश के बाद तीव्र वेग से नदी में पानी आया। सिलीसेढ झील की भराव क्षमता 3 फीट अधिक हो गई। सिरावास नदी को देखने के लिए बखतपुरा पुलिया पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए तथा नदी में बहकर आई मछलियों को पकड़ने के लिए जान को भी जोखिम में डालते रहे। अलवर जयपुर 248 से राष्ट्रीय राजमार्ग माधोगढ़ सड़क पुलिया से तीव्र गति से बारिश का बहाव होता रहा। कई युवक रील बनाने के प्रयास में यहां बहते-बहते बचे। माचडी,पलखड़ी, अहमदपुर, उमरैण, बलाना, सोहनपुर, कैरवाड़ा, खेड़ली सैयद, नेथला, महुआ खुर्द, जाटोली, मोहम्मतपुर ,कल्याणपुर गांव तक लोगों का हुजूम पुलिया पर लगा रहा।जैतपुर बांध लबालब, 19 साल के बाद चली चादर
थानागाजी. क्षेत्र में लगातार पांचवें दिन भी बारिश का दौर रहा। नदी -नालों में उफान आ गया। कुण्डलया समीपवर्ती जैतपुर बांध की भराव क्षमता 14 फीट है, उस पर 19 साल बाद करीब 8 इंच की चादर चली। जैतपुर में 05 जून 2005 को चादर चली थी। जैतपुर बांध क्षेत्र में बसे लोगों के मकानों के चारों तरफ पानी भर गया। बांध क्षेत्र में लगे बिजली के ट्रांसफाॅर्मर मय पोल डूब गए। दिनभर सूरतगढ़, किशोरी, कुण्डलया, कालापारा, डेरा, बामनवास चौगान आदि के एनिकटों पर चादर चलती रही। स्टेट हाइवे 55 पर किशोरी में गोरी शंकर के मकान के पास गोपालपुरा मोड़ व भीकमपुरा के पास पुलिया पर पानी आने से 1 घंटे तक यातायात प्रभावित हुआ। वाहनों की कतार लगी रही। अजबगढ़ के जय सागर बांध में भी पानी की जोरदार आवक हुई। अब तक 22 फीट पानी की आवक हो चुकी है। अजबगढ़ के पास नवनिर्मित पुलिया टूट गई। भीकमपुरा में फैटा वाले नाले में तेज पानी आने से व गोविन्दपुरा में जैतपुर रोड पर नाले में तेज पानी आने से घण्टों यातायात बन्द रहा। करीब 4 घण्टे तक लोगों को परेसानी हुई। गोविंदपुरा, जैतपुर में 2 प्राचीन जोहड़ टूट जाने व बांसण्डया वाला खोरा में तेज पानी के बहाव के चलते खेतों में फसल बह जाने से किसानों को नुकसान हुआ। भीकमपुरा, गोविन्दपुरा, गोपालपुरा, जैतपुर के पहाड़ों की तरफ से तेज पानी सड़क की ओर आने से दिनभर भीकमपुरा वाया जैतपुर सीली बावड़ी मार्ग बाधित रहा। बारिश से मकानों की छतें लगी टपकने लगी है। रामअवतार भुरावत पुत्र बसंता लाल के मकान की दीवार गिर गई।