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Gupt navratri: गुप्त नवरात्रि शुरू, चमत्कारी शक्तियां पाने के लिए ऐसे करें देवी की पूजा

गुप्त सिद्धियों और चमत्कारी शक्तियों का स्वामी बनने के लिए गुप्त नवरात्रि में करें विशेष साधना

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भोपाल

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Tanvi Sharma

Jul 03, 2019

gupt navratri 2019

Gupt navratri: गुप्त नवरात्रि शुरू, चमत्कारी शक्तियां पाने के लिए ऐसे करें देवी की पूजा

आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि ( gupt navratri ) शुरू हो चुकी है। 3 जुलाई को गुप्त नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि है। नवरात्रि के दौरान देवी मां की आराधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि का सबसे ज्यादा इंतजार तांत्रिकों को होता है। क्योंकि गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए साधना की जाती है। गुप्त सिद्धियां प्राप्त करने के लिए गुप्त नवरात्रि में देवी काली की पूजा का विधान है। पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार गुप्त सिद्धियों और चमत्कारी शक्तियों का स्वामी बनने के लिए गुप्त नवरात्रि में विशेष साधना की जाती है।

चमत्कारी है देवी का यह मंदिर, प्राकृतिक आपदा आने से पहले काला हो जाता है कुंड का पानी

ऐसे प्रारंभ करें देवी का पूजन

पूजा के लिए एक पाटे पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उसके बाद करलश स्थापना करें। कलश स्थापना करने के बाद पाटे पर दुर्गा देवी की स्थापना करें और उनके बाएं ओर गौरी पुत्र श्री गणेश का श्री रूप या चित्रपट विराजित करें। उत्तर-पूर्व दिशा में धरती माता पर सात तरह के अनाज, पवित्र नदी की रेत और जौं डालें। कलश में गंगाजल, लौंग, इलायची, पान, सुपारी, रोली, मौली, चंदन, अक्षत, हल्दी, सिक्का, पुष्पादि डालें। आम, पीपल, बरगद, गूलर अथवा पाकर के पत्ते कलश के ऊपर सजाएं। जौ अथवा कच्चे चावल कटोरी में भरकर कलश के ऊपर रखें उसके बीच नए लाल कपड़े से लिपटा हुआ पानी वाला नारियल अपने मस्तक से लगाकर प्रणाम करते हुए रेत पर कलश विराजित करें।

अखंड ज्योति करें प्रज्जवलित

अखंड ज्योति प्रज्जवलित करें जो पूरे नौ दिनों तक जलती रहनी चाहिए। विधि-विधान से पूजन के साथ-साथ मां व्यक्ति के भावों से भी ज्यादा प्रसन्न होती है। इसके साथ ही मंत्रों का जप यदि आप नहीं कर पाते हैं तो देवी मां के सामने दुर्गा सप्तशती में दिए गए नवार्ण मंत्र 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे' मंत्र द्वारा पूजन सामग्री अर्पित करें। यह मंत्र बहुत शक्तिशाली है और यह मंत्र चमत्कारी शक्तियों से सपंन्न करने में समर्थ है। नौं दिनों इसके अनुसार पूजन करें और देवी मां की आरती करें और आखिरि में श्रमा प्रार्थना करें।

गुप्त नवरात्रि की प्रमुख देवियां

गुप्त नवरात्र के दौरान कई साधक महाविद्या व तंत्र साधनाओं के लिए मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं।