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उपयंत्री से बोले, मिस्टर सुन लीजिए, सोमवार तक पूरा डाटा चाहिए, नहीं तो मैं खुद कराउंगा एफआइआर

कलेक्टर का तल्ख अंदाज…… -पीएम आवास योजना की राशि अनाधिकृत व्यक्ति द्वारा डाले जाने की शिकायत पर कलेक्टर हुए नाराज -शहर विकास को लेकर कलेक्टर ने की समीक्षा बैठकए नपा के दोनों उपयंत्रियों को लिया आड़े हाथ।

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दमोह

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Aakash Tiwari

Jun 24, 2024

कलेक्टर का तल्ख अंदाज……
-पीएम आवास योजना की राशि अनाधिकृत व्यक्ति द्वारा डाले जाने की शिकायत पर कलेक्टर हुए नाराज
-शहर विकास को लेकर कलेक्टर ने की समीक्षा बैठकए नपा के दोनों उपयंत्रियों को लिया आड़े हाथ।
दमोह. शहर विकास के एजेंडे को लेकर कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कार्यालय सभाकक्ष में शुक्रवार को एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सभी ३९ वार्ड के पार्षद, जनपद व बिजली कंपनी के अधिकारी मौजूद थे। पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया भी इस बैठक का हिस्सा था। बैठक में पीएम आवास का मुद्दा पार्षदों ने उठाया। इसमें बताया गया कि पीएम आवास योजना के लिए वार्ड पार्षदों से सूची मंगाई जाती है, लेकिन उसमें से किसी भी हितग्राही को योजना का लाभ नहीं दिया जाता है। इस दौरान पार्षद प्रतिनिधि मोनू राजपूत ने आरोप लगाया कि अनाधिकृत व्यक्ति के जरिए पीएम आवास की राशि डाली जा रही है। वह घर बैठकर मनमर्जी से अपने चहेतों के खातों में पैसे डालता है। यह सुनकर कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर हैरान रह गए। उन्होंने इसे गंभीर लापरवाही माना। बताया जाता है कि उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान तल्ख अंदाज में उपयंत्री प्रांजल राय से कहा, मिस्टर आपने पीएम आवास योजना को क्या मजाक समझकर रखा है। उन्होंने कहा कि मुझे सोमवार तक हर हाल में पीएम आवास का डाटा मेरी टेबल पर चाहिए, नहीं तो आपके खिलाफ मैं खुद एफआइआर दर्ज कराने थाने जाउंगा। उन्होंने इस मसले पर पार्षदों को कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।
-पानी की शिकायतों पर भी उपयंत्री से मांगा जवाब
इधर, बैठक के दौरान पार्षदों ने वार्डों में पानी की समस्या को लेकर शिकायतें दर्ज कराईं। कलेक्टर कोचर ने उपयंत्री मेघ तिवारी को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि कई घरों में अभी तक कनेक्शन नहीं हुए हैं। कई घरों में पानी नहीं पहुंच रहा और सुधार भी नहीं किया जा रहा है। जल प्रदाय संबंधी बड़ी-बड़ी योजनाओं में लापरवाही सामने आ रही है। उन्होंने उपयंत्री मेघ तिवारी से भी जवाब मांगा है।
-दोनों उपयंत्री बदल दीजिए, शहर विकास वालों को लाएं
खासताब यह है कि यह समीक्षा बैठक शाम ५ बजे शुरू हुई थी, लेकिन बैठक इतनी लंबी चली कि बैठक समाप्त होने में रात के ९.३० बज गए। इसमें सभी पार्षदों से उनके लेटर हेड पर समस्याएं लिखकर आने को कहा गया था। सभी ने एक-एक कर अपनी समस्याएं रखी। पार्षदों का आरोप है कि सीएमओ ऑफिस में नहीं मिलती, उपयंत्रियों का कहना होता है कि कलेक्टर के पास मीटिंग में गए थे। अधिकारी पार्षदों का फोन नहीं उठाते। पार्षदों ने दोनों उपयंत्रियों को बदलने जाने की मांग कलेक्टर से की है।
-इन बिंदुओं पर हुई थी चर्चा
बैठक के दौरान सीमा वृद्धि, अतिक्रमण, नालियों व सड़कों का सरक्षण, कर वसूली, अमृत जल योजना, पार्को की देखरेख, नालियों की सफाई, बस स्टैंड, श्मशान घाट, नालों की सफाई, पार्किंग, फिल्टर प्वाइंट, अवैध नल कनेक्शन, वार्डों की सफाई, आगनबाड़ी केंद्रों में सफाई, मच्छरों का आंतक, दीनदयाल रसोई, पीएम आवास, संजीवनी क्लीनिक के संचालन, डेयरियों के विस्थापन आदि को लेकर चर्चा हुई।