
SIR work going on at war footing in the districtनरसिंहपुर. जिले में युद्धस्तर पर चल रहे एसआईआर के कार्य में बीएलओ और मैदानी अमला मतदाताओं के घर-घर दस्तक तो दे रहा है। लेकिन कहीं दस्तावेजों की पूर्ति नहीं मिल रही है तो कहीं मतदाताओं के स्तर से जानकारी देने में देरी हो रही है। जिससे
एसआईआर के कार्य की गति में इजाफा नहीं हो पा रहा है। कार्य पिछडऩे की एक बड़ी वजह ऐप का सही तरीके से कार्य नहीं करना भी है। जिले की चार विधानसभाओं में नरसिंहपुर विधानसभा कार्य में सबसे पीछे चल रही है। जबकि गाडरवारा-गोटेगांव विधानसभा की स्थिति मध्यम है और तेंदूखेड़ा कार्य में आगे है।
जिले में जैसे-जैसे एसआईआर का कार्य पूरा करने के लिए निर्धारित तिथि करीब आ रही है अमले के साथ ही आला अधिकारियों की चिंताएं भी बढ़ रही है। हालांकि आला अधिकारी मैदानी अमले का उत्साह बढ़ाने पूरा जोर लगा रहे हैं, कार्य में आ रहीं तकनीकी समस्याएं और मतदाताओं से दस्तावेजों के समय पर न मिलने की चिंता अमले के चेहरे पर साफ दिख रही है। हालत यह है कि सर्वर पर लोड बढऩे से एप खुलने में और डाटा फीड करने में, ओटी मिलने में देरी हो रही है। मैदानी अमले की पीड़ा है कि कहीं एप खुल जाता है तो डाटा फीड करते समय अचानक बंद हो जाता है। लॉगिन करना मुश्किल होता है। जब एप खुलता है तो फिर ओटीपी आने में देर हो जाती है इसलिए कार्य में अधिक समय लग रहा है। नरसिंहपुर विधानसभा में अपेक्षाकृत प्रगति देने में शहरी क्षेत्र ही पिछड़ा नजर आ रहा है। नरसिंहपुर शहरी क्षेत्र में करीब 50 बीएलओ और सहायक अमला लगा है।
किसी भी विधानसभा में नहीं हो पा रही लक्ष्यपूर्ति
चारों विधानसभा के लिए हर दिन डिजिटाइज्ड करने का जो लक्ष्य निर्धारित किया जा रहा है उसकी पूर्ति कहीं भी नहीं दिख रही है। हालत यह है कि गुरुवार की शाम तक गोटेगांव को मिले लक्ष्य 18087 में से 6951 पत्र की डिजिटाइज्ड हो सके। इसी तरह नरसिंहपुर में 22717 के मुकाबले 6854, तेंदूखेड़ा में 13707 के मुकाबले 5407, गाडरवारा में 19136 के मुकाबले 7045 ही डिजिटाइज्ड हो सके। गुरुवार के लिए कुल 73656 ईएफएस का डिजिटाइज्ड करने लक्ष्य था जिसमें पूर्ति के नाम 26257 ईएफएस ही डिजिटाइज्ड हो सके।
तेंदूखेड़ा विधानसभा की दिख रही सर्वाधिक प्रगति
निर्वाचन शाखा के आंकड़े कहते हैं कि गुरूवार की शाम तक तेंदूखेड़ा विधानसभा ने चारों क्षेत्रों में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। यहां डिजिटाइज्ड प्रतिशत 85.62 प्रतिशत
और कुल प्रगति 89.64 प्रतिशत है। नरसिंहपुर विधानसभा चारों क्षेत्रों में सबसे कम प्रगति वाले क्षेत्र के रूप में सामने आया है। जहां डिजिटाइज्ड प्रतिशत 80.91 प्रतिशत, कुल प्रगति 83.74 प्रतिशत, पत्रक वापसी में सर्वाधिक कमी है, 19,703 पत्रक लंबित है। नरसिंहपुर में 60 प्रतिशत से कम प्रगति वाले बीएलओ की संख्या 5 है, जो जिले में सबसे अधिक है।
गोटेगांव और गाडरवारा का मध्यम प्रदर्शन
गोटेगांव में डिजिटाइज्ड प्रतिशत 83.68 प्रतिशत, कुल प्रगति 86.78 प्रतिशत, पत्रक वापसी की कमी 6,836 है। इसी तरह गाडरवारा विधानसभा में डिजिटाइज्ड प्रतिशत 82.32 प्रतिशत, कुल प्रगति 85.72 प्रतिशत, पत्रक वापसी में कमी 14,322 है। यहां
60 प्रतिशत से कम प्रगति वाले बीएलओ की संख्या 2 है। गाडरवारा में प्रगति औसत है, परंतु पत्रक वापसी में कमी उल्लेखनीय है। पत्रक वापसी के मामले में नरसिंहपुर और गाडरवारा में सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।
Updated on:
28 Nov 2025 12:21 pm
Published on:
28 Nov 2025 12:20 pm
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