6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

24 घंटे में दो हत्या आरोपी गिरफ्तार, पुलिस रिमांड में पूछताछ

प्रकरण : गांव किशनपुरा उत्तराधा में वृद्ध दुकानदार की नृशंस हत्या 24 घंटे में दो हत्या आरोपी गिरफ्तार, पुलिस रिमांड में पूछताछ कबूला : सबक सिखाने को शराब के नशे कुल्हाड़ी व सब्बल से की हत्या संगरिया. गांव किशनपुरा उत्तराधा में वृद्ध दुकानदार की नृशंस हत्या मामले में नामजद दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार […]

3 min read
Google source verification
Brutal murder of an old shopkeeper in village Kishanpura Uttaradha.

Two murder accused arrested in 24 hours, interrogated in police remand

प्रकरण : गांव किशनपुरा उत्तराधा में वृद्ध दुकानदार की नृशंस हत्या

24 घंटे में दो हत्या आरोपी गिरफ्तार, पुलिस रिमांड में पूछताछ

कबूला : सबक सिखाने को शराब के नशे कुल्हाड़ी व सब्बल से की हत्या

संगरिया. गांव किशनपुरा उत्तराधा में वृद्ध दुकानदार की नृशंस हत्या मामले में नामजद दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया है। थानाधिकारी धर्मपालसिंह ने बताया कि गुरुवार को शक के आधार पर राउंडअप किए युवकों में से वार्ड एक गांव किशनपुरा उतराधा युवक सोनू (२१) पुत्र जगदीश उर्फ जग्गा बावरी तथा इन्द्राज उर्फ गगन (२१) पुत्र हंसराज मेघवाल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिनसे गहन पूछताछ जारी है। थाना प्रभारी ने बताया कि गुरुवार सुबह हत्याकांड की जानकारी मिलते ही पुलिस जाबता लेकर मौके पर पहुंचे। डीवाईएसपी करणसिंह और एडिशनल एसपी प्यारेलाल घटनास्थल पर आए, वस्तुस्थिति जानी। पूछताछ व फोटोग्राफी करवाने के साथ हनुमानगढ़ से एमओबी व मोबाईल फोरेंसिंक टीम ने सबूत जुटाए। श्रीगंगानगर डॉग स्क्वॉयड दल से श्वान जानू ने मृतक और आरोपियों के पैरों के निशान सूंघकर पुलिस दल को हत्यारों के घर तक पहुंचाया। मुखबिर तंत्र सक्रिय कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार आरोपियों ने इन्द्रप्रकाश के सिर व मुंह पर कुल्हाड़ी तथा सब्बल से ताबड़तोड़ वार किए। जिससे चेहरा पहचानना मुश्किल हो गया। चारपाई पर शव खून से लथपथ था। चारपाई व उसके नीचे की जगह खून से सनी थी। पूछताछ में सामने आया कि कुछ दिन पूर्व मृतक दुकानदार के पास नशे में धुत्त आरोपी सामान लेने दुकान पर आए थे। तब दुकानदार ने उन्हें ऐसी हालात में दुकान पर आने से मना किया था। घटना की रात भी नशे में ही आरोपियों ने मृतक के पुत्र दीपक को सामान लेने के लिए बुलाया। तब दीपक ने फिर से नशे में धुत्त होकर दुकान पर आने से मना किया था। उससे झगडऩे के बाद सबक सिखाने के लिए वे शराब पीकर अपने साथ कुल्हाड़ी लेकर पहुंचे जबकि सब्बल नोहरे से उठाई और गुस्से में वारदात कर दी। उनके साथ एक नाबालिग भी था। जिसके लिए अलग से प्रक्रिया कर रहे हैं।

आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद किए जाने हैं। आरोपियों को पकडऩे व मर्डर की गुत्थी सुलझाने में थानाधिकारी की टीम में एसआई प्रमोदसिंह, एएसआई रोहताश कुमार, कालूराम व भूपसिंह, एएसआई, हवलदार सुखदेवसिंह, पुरुषोतम, शंकरलाल, कैलाश चंद, कांस्टेबल लक्ष्मण, राजेंद्र, सुखवीर सिंह, जयनारायण, मनोज शामिल थे।

बढ़ती नशावृत्ति पर लगाना होगा अंकुश

भाजपा पूर्व जिला उपाध्यक्ष गुलाब सींवर ने बताया कि मृतक इंद्रप्रकाश बिश्नोई गांव में भांभू डेयरी, परचून दुकान और पशुओं का व्यापार करता था। उसका बेटा दीपक इसमें हाथ बंटाता था। मृतक का गांव में किसी से कोई झगड़ा और रंजिश नहीं थी। इस तरह नृशंस हत्या क्षेत्र में बढ़ती नशावृत्ति के कारण हुई है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन को नशे को जड़ से उखाडऩे के लिए आगे आना होगा। लोगों को सहयोग करना होगा। अपने बच्चों पर ध्यान देकर नशों से बचाना होगा।

पुत्र ने दूध देने से किया मना तो पिता की कर दी हत्या

मामले के अनुसार दीपक ने पुलिस को दी रिपोर्ट में कहा कि उसके पिता वार्ड 11 गांव किशनपुरा उतराधा निवासी इंद्रप्रकाश बिश्नोई घर के सामने बने पशुओं के नोहरे में परचून की दुकान करते हैं। रात को नोहरे में पशुओं के पास रखवाली करने के लिए सोते हैं। बुधवार रात खाना खाकर सोए थे। करीब दस बजे फोन करके सोनू बावरी ने दुकान पर बुलाया। सोनू के साथ गगन मेघवाल व दीपू पंवार खड़े थे। सौ रुपए का सामान देने के बाद दूध उपलब्ध नहीं होने पर मना किया। इस पर वे नशे में झगडऩे लगे। उनको चले जाने व शराब पीकर दुकान में नहीं आने का कहा तो नाराज होकर चले गए। वह अपनी दुकान बंद कर घर आ गया जबकि पिता नोहरे में सो रहे थे। रात में किसी वक्त तीनों आरोपियों ने नोहरे में घुस कर कुल्हाड़ी व सब्बल से पिता इन्द्रप्रकाश के सिर व माथे पर ताबड़तोड़ वार कर निर्मम हत्या कर दी। गुरुवार सुबह नोहरे में आया तो पिता चारपाई पर खून से लथपथ मृत पड़े थे। दुकान का ताला टूटा था और पिता का पर्स व रुपए गायब थे। [पसं.]