7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नई सौगात: अब नहीं खाना होगी दर-दर की ठोकर, एक छत के नीचे मिलेगा न्याय

-घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं के लिए महू में तैयार हो रहा वन स्टॉप सेंटर-पीडि़त महिलाएं 5 दिन तक रह भी सकेंगी

2 min read
Google source verification

image

Shailendra shirsath

Jan 03, 2023

नई सौगात: अब नहीं खाना होगी दर-दर की ठोकर, एक छत के नीचे मिलेगा न्याय

नई सौगात: अब नहीं खाना होगी दर-दर की ठोकर, एक छत के नीचे मिलेगा न्याय

डॉ. आंबेडकर नगर (महू). तहसील में घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं के लिए अपग्रेडेड वन स्टॉप सेंटर खोला जा रहा है। इस सेंटर में एक ही छत नीचे महिलाओं को पुलिस, डॉक्टर, वकील, काउंसलर आदि सभी सुविधाओं मिलेगी। फिलहाल इस सेंटर को अस्थाई रूप से सिविल अस्पताल में शुरू किया जा रहा है। जबकि नई इमारत के लिए रेशम केंद्र के पास जमीन मांगी गई है। संभवत: इसी माह यह सौगात मिल जाएगी।
अब तक महिला बाल विकास द्वारा उषा किरण योजना के तहत वन स्टॉप सेंटर का संचालन किया जाता था। जिसमें सिर्फ महिला की काउंसलिंग कर डीआइआर (डोमेस्टिक इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट) न्यायालय भेज दी जाती थी। घरेलू हिंसा से जुड़े महिलाओं के लिए 2022 में 40 से अधिक केस आ चुके हैं। अब इस वन स्टॉप सेंटर को अपग्रेडेड किया जा रहा है। महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी और वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक रेखा यादव ने बताया कि सिविल अस्पताल में इस सेंटर को अस्थाई रूप से इसी माह शुरू किया जाना है। जिसके लिए सभी तरह की तैयारी पूरी हो चुकी है। अस्पताल की पहली मंजिल या फिर परिसर में एक कमरे में इसे शुरू किया जाएगा। स्थाई रूप से सेंटर के लिए रेशम केंद्र के पास जमीन देखी है। नई इमारत वहीं पर बनाई जाएगी।
यह सुविधा मिलेगी
इस सेंटर में 24 घंटे महिला पुलिस, डॉक्टर, वकील, नर्स, काउंसलरए एनजीओ आदि मौजूद रहेंगे। घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं को अब एक परिसर में पूरा न्याय मिलेगा। महिलाएं यहां पर 5 दिन तक रुक सकेंगी। यहां उनका खाना से लेकर मेडिकल आदि की सभी सुविधाएं नि:शुल्क रहेगी। जरूरत पडऩे पर परिजनों को बुलाकर काउंसलिंग भी कराई जाएगी। ताकि मामला यहीं पर हल हो जाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी राम निवास बुदोलिया ने बताया कि महिलाएं यहां पर अधिकतम 5 दिन तक रुक सकेगी।
सीसीटीवी से होगी निगरानी
परिसर में 8 से 10 सीसीटीवी कैमरे भी लगाएं जाएंगे। इसके साथ यहां रुकने वाली पीडि़त महिलाओं के लिए 8 बेड, 7 अमलमारी, इनवेटर, कम्प्यूटर, ऑफिस सेटअप आदि का सामान भी आ चुका है।