
फेसलेस में उप पंजीयक नहीं दिखा रहे हैं दिलचस्पी, इस कारण वरिष्ठ अधिकारी नाराज, फेसलेस सेवा के तहत सालभर में 1 लाख लोगों को कार्यालय आने की जरूरत नहीं
faceless registry पंजीयन विभाग में फेसलेस रजिस्ट्री की शुरुआत की गई है, लेकिन इस सेवा में उप पंजीयक दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इसको लेकर 10 दिन पहले सभी उप पंजीयकों को नोटिस भी जारी किए गए। जब 10 दिन बाद समीक्षा की गई तो सिर्फ एक उप पंजीयक ने तीन फेसलेस दस्तावेज किए हैं। शुक्रवार को पंजीयन महानिरीक्षक ने गाइडलाइन व फेसलेस सेवा को लेकर वर्चुअल बैठक ली। इस बैठक में आइजी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि जो उप पंजीयक फेसलेस के तहत रजिस्ट्री नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। वैसे हर उप पंजीयक एक दस्तावेज अनिवार्य किया गया है। यदि फेसलेस सेवा को बढ़ावा दिया जाता है तो पक्षकार को कार्यालय आने की जरूरत नहीं है। फेसलेस सेवा शुरू होने पर एक लाख लोगों को कार्यालय आने की जरूरत नहीं है।
दरअसल पंजीयन विभाग के प्रमुख सचिव व पंजीयन महानिरीक्षक ने नाराजगी जताते हुए जिला पंजीयकों को आदेश दिया था। विभाग में ज्यादा से ज्यादा फेसलेस रजिस्ट्री की जाए। इसके बाद जिला पंजीयक ने 16 दिसंबर को सभी उप पंजीयकों को एक रजिस्ट्री फेसलेस करने का आदेश जारी किया गया। इसके अलावा कार्यालय में बोर्ड भी लगाए गए। जिससे आम लोगों को जानकारी मिल सके। 10 दिन में एक उप पंजीयक ने फेसलेस सेवा के तहत तीन दस्तावेज किए हैं। ग्वालियर की प्रगति संतोषजनक नहीं रही। इस कारण उप पंजीयकों को कार्रवार्ई के आदेश दिए हैं।
एक व्यक्ति के साथ चार लोग पहुंचते हैं
- विभाग ने विक्रय पत्र को फेसलेस के तहत नहीं जोड़ा है। किरायानामा, विक्रय अनुबंध, साझेदारी बिलेख, स्वत्व विलेख, लीव एंड लायसेंस और सुधार बिलेख को फेसलेस किया है। एक दस्तावेज को संपादित करने के लिए तीन से चार लोग कार्यालय पहुंचते हैं। एक साल में इस तरह के दस्तावेज 30 हजार होते हैं।
- जो लोग शहर से बाहर हैं, उनके लिए फेसलेस सेवा काफी फायदेमंद है, क्योंकि उनका समय बचता है और फिजूल खर्ची भी। घर बैठ ही सेवा मिल जाती है।
पॉलीगॉन बनाना होगा सही, गाइडलाइन की दिशा 9 को तय होगी
पंजीयन महानिरीक्षक ने कलेक्टर गाइडलाइन को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा की। पॉलीगॉन पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। इसमें गलती नहीं होना चाहिए। क्योंकि पॉलीगॉन की गलती से गाइडलाइन में दिक्कत आती है और रजिस्ट्री रुक जाती है। पिछली गाइडलाइन की गलतियों को अभी तक सुधारा जा रहा है।
- गाइडलाइन में नया क्या करना है, इसको लेकर 9 जनवरी को तय किया जाएगा। प्रदेश के जिला पंजीयकों की बैठक बुलाई गई है।
- ग्वालियर में वित्त वर्ष 2026-27 की गाइडलाइन तैयार करने के लिए डेटा एकत्रित किया जा रहा है। ऐसी जगह लोकेशन तलाशी जा रही हैं, जहां पर गाइडलाइन बढ़ाने की संभावना है। गाइडलाइन कम है, लेकिन रजिस्ट्री अधिक पर हो रही है।
Published on:
27 Dec 2025 11:23 am
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