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जिला परिषद जयपुर में छह वार्ड बढ़ाने की तैयारी, कुल संख्या 57 तक पहुंच सकती

जहां 25-25 वार्ड तय किए गए हैं। वहीं फागी, दूदू, सांगानेर, माधोराजपुरा, झोटवाड़ा, कोटखावदा, तूंगा, रामपुरा डाबरी और जालसू में 15-15 वार्ड रखे गए हैं।

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जयपुर

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Vijay Sharma

Dec 24, 2025

जिले की 21 पंचायत समितियों में भी नए सिरे से वार्डों का निर्धारण

जयपुर। जयपुर जिला परिषद की सियासत और प्रशासनिक ढांचा जल्द ही नए आकार में नजर आ सकता है। प्रस्तावित परिसीमन में जिला परिषद जयपुर में वार्डों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। मौजूदा 51 वार्डों के मुकाबले 6 नए वार्ड जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसे बाद कुल संख्या 57 तक पहुंच सकती है। खास बात यह है कि कोटपूतली और विराटनगर जैसे बड़े इलाके जिला परिषद से बाहर हो चुके हैं, इसके बावजूद वार्ड बढ़ाने की तैयारी है। जिला प्रशासन की ओर से तैयार प्रारूप के अनुसार जयपुर जिला परिषद के साथ-साथ जिले की 21 पंचायत समितियों में भी नए सिरे से वार्डों का निर्धारण किया गया है। इन पंचायत समितियों में कुल 381 वार्ड प्रस्तावित किए गए हैं।

कहां कितने वार्ड संभव
प्रस्तावित नक्शे में बस्सी, चौंमू और शाहपुरा पंचायत समितियों को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व मिलता दिख रहा है। जहां 25-25 वार्ड तय किए गए हैं। वहीं फागी, दूदू, सांगानेर, माधोराजपुरा, झोटवाड़ा, कोटखावदा, तूंगा, रामपुरा डाबरी और जालसू में 15-15 वार्ड रखे गए हैं। किशनगढ़-रेनवाल, जोबनेर, गोविंदगढ़ और आंधी में 19-19, जमवारामगढ़ में 23 और आमेर में 21 वार्ड प्रस्तावित हैं। सांभरलेक, चाकसू और मौजमाबाद में 17-17 वार्डों का प्रारूप तैयार किया गया है। नए परिसीमन में जनसंख्या संतुलन को मुख्य आधार माना गया है। जिला पुनर्गठन के बाद कोटपूतली और विराटनगर विधानसभा क्षेत्र अलग जिला बनने से जयपुर जिला परिषद से बाहर हो चुके हैं। ऐसे में शेष ग्रामीण इलाकों में प्रतिनिधित्व का संतुलन नए सिरे से तय किया गया है। प्रारूप पर आपत्तियां और सुझाव मांगे जा चुके हैं और अब सभी की नजरें अंतिम अधिसूचना पर टिकी हैं।