5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शनि का राशि परिवर्तन मिथुन, तुला और धनु जातकों के लिए रहेगा खास, शनि दशा से मिलेगी मुक्ति

शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही धनु, मिथुन और तुला वालों को शनि की दशा से मुक्ति मिल जाएगी।

2 min read
Google source verification
shani dev, shani sade sati, shani dhaiya, shani rashi parivartan, shani transit 2022.

शनि का राशि परिवर्तन मिथुन, तुला और धनु जातकों के लिए रहेगा खास, शनि दशा से मिलेगी मुक्ति

Shani Transit: शनि अभी मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। हाल ही में 12 जुलाई को शनि ने इस राशि में प्रवेश किया है। शनि के मकर राशि में प्रवेश करते ही मिथुन, तुला और धनु जातक शनि की दशा की चपेट में आ गए हैं। जबकि इसी साल 29 अप्रैल को इन्हें शनि साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति मिली थी। अब जब शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे तब इन राशियों के लोगों को मुक्ति मिलेगी। जानिए शनि कब बदल रहे हैं राशि।

शनि का राशि परिवर्तन कब? शनि 17 जनवरी 2023 में मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में शनि के प्रवेश करते ही मिथुन, तुला और धनु राशि वालों को शनि की दशा से छुटकारा मिल जाएगा। आर्थिक स्थिति में जबरदस्त सुधार आएगा। बिगड़े काम बनने लगेंगे। कुल मिलाकर आपको कुछ महीने अभी इंतजार करना पड़ेगा।

इन राशियों पर शुरू हो जाएगी शनि की दशा: शनि जैसे ही राशि बदलेंगे कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के जातक शनि की दशा की चपेट में आ जायेंगे। जिनमें से कर्क और वृश्चिक वालों पर शनि ढैय्या शुरू हो जाएगी। वहीं मीन वालों पर शनि साढ़े साती शुरू होगी। इसके अलावा इस दौरान मकर और कुभ वालों पर भी शनि साढ़े साती का असर रहेगा।

शनि कुंभ राशि में कब तक रहेंगे: शनि का कुंभ राशि में गोचर 29 अप्रैल 2022 में हुआ था। 5 जून को शनि वक्री हो गए थे और 12 जुलाई को वक्री अवस्था में ही शनि ने मकर राशि में प्रवेश कर लिया था। अब शनि 17 जनवरी 2023 तक मकर में रहने के बाद फिर से अपनी गोचर राशि कुंभ में वापस आ जायेंगे। जहां ये 29 मार्च 2025 तक विराजमान रहेंगे।
यह भी पढ़ें: कर्क राशि में सूर्य-बुध की अति शुभ युति इन 3 राशियों पर जमकर बरसाएगी पैसा!

(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।)