-भीषण गर्मी के बीच जनसुनवाई में दिखी परेशान ग्रामीणों की भीड़, लगाई गुहार
दमोह. ४३ डिग्री के पार पहुंचे तापमान के बावजूद जनसुनवाई में समस्याएं सुनाने वालों की भारी भीड़ रही। हालांकि जनसुनवाई में कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर नहीं थे। उनके स्थान पर अपर कलेक्टर ने सुनवाई की। अंचलों से बसों का किराया लगाकर आए ग्रामीणों ने अपनी-अपनी परेशानी बताई। तेज धूप के बीच पीडि़तों को परेशान होते भी देखा गया। इस दौरान कई तरह के प्रकरण सुनवाई में रखे गए। इनमें मुख्य रूप से बिजली, राजस्व, स्वास्थ्य, शराब बिक्री के मामले शामिल थे।
बटियागढ़ के कैथोरा निवासी उत्तम सिंह ने जनसुनवाई में आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि १९८२ में उन्होंने सिचाई के नाम पर ३ एचपी का विद्युत पंप कनेक्शन लिया था। इसी आधार पर बिजली बिल भरता आ रहा हूं, लेकिन पिछले साल कंपनी ने मेरा ८ एचपी पंप कनेक्शन कर दिया है, जबकि मैने कोई आवेदन नहीं दिया। पीडि़त ने बताया कि २०२४ में जब इसे सुधरवाया तो पंप कनेक्शन ३ एचपी कर दिया, लेकिन बिल ८ एचपी के हिसाब से ले रहे हैं।
-स्लॉट बुक नहीं कर पाए किसान
जनसनुवाई के दौरान कुछ किसान भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि अरहर की फसल का पंजीयन का उन्हें मालूम नहीं था। एक दिन ही स्लॉट बुक हो रहे थे। समिति ने इसकी जानकारी नहीं दी। इससे कई किसान अपनी फसल समर्थन मूल्य पर नहीं बेच पा रहे हैं। रसीलपुर के किसान शंकर लाल गुप्ता ने कलेक्टर से फसल बिक्रय अनुमति की मांग की है।
-अंगूठे के निशान न मिलने से बैंक से नहीं निकाल पा रहे रूपए
किल्लाई गांव निवासी एक बुजुर्ग महिला तिलक बाई के परिजनों ने कलेक्टर को एक आवेदन दिया। इसमें बताया कि तिलक बाई की उम्र अधिक हो गई है। इस वजह से उसके अंगूठे के निशान बैंक में मेच नहीं हो रहे हैं। राशि न निकाल पाने के कारण बुजुर्ग का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं। पीडि़त ने अन्य विकल्प के जरिए राशि निकाले जाने की सुविधा दिए जाने की मांग की है।
-पटवारी नहीं कर रहे नक्शा फीड
इधर, जनसुनवाई में जबेरा तहसील निवासी रवि रैकवार ने आवेदन दिया। इसमें बताया कि उसकी जमीन हिनौती आजम में है, जिसका नक्शा ऑन लाइन नहीं चढ़ा है। एसडीएम और तहसीलदार ने इसके आदेश कर दिए हैं, लेकिन पटवारी नक्शा नहीं चढ़ा रहा है।