आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को सप्ताह में पांच दिन दिया जा रहा दूध, इससे पहले सप्ताह में तीन दिन पिलाया जा रहा था नौनिहालों को दूध, जिले के 1273 आंगनबाड़ी के 24355 बच्चे हो रहे लाभान्वित
हनुमानगढ़. महिला एवं बाल विकास विभाग ने बच्चों के कुपोषण को समाप्त करने और उनके नामांकन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बच्चों अब तीन की बजाय पांच दिन बच्चों को दूध पिलाना शुरू कर दिया है। आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष के बच्चों को सप्ताह में पांच दिन यानी सोमवार से शुक्रवार तक दूध दिया जा रहा है। इससे जिले के 1273 आंगनबाड़ी केंद्रों के 24355 नौनिहाल लाभान्वित हो रहे हैं। दूध पाउडर की सप्लाई कर बच्चों को पोषणयुक्त दूध पिलाया जा रहा है। गौरतलब है कि पहले बच्चों को सप्ताह में तीन दिन दूध पिलाया जा रहा था, इसकी शुरुआत जिले में 14 दिसम्बर 2024 से हुई थी। जबकि सप्ताह में पांच दिन दूध पिलाने की योजना एक अप्रेल 2025 से लागू हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना कुपोषण से लडऩे में अत्यंत प्रभावी सिद्ध होगी। इससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर होगा,साथ ही साथ उनके प्रतिरक्षा तंत्र में भी मजबूती आएगी।
इस योजना के तहत प्रत्येक बच्चे को प्रति दिन 100 मिली लीटर दूध दिया जा रहा है। दूध का स्वाद बच्चों के अनुकूल बनाने के लिए इसमें दो चम्मच यानी 10 ग्राम दूध पाउडर का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही, चीनी की मात्रा भी निर्धारित की गई है ताकि बच्चों को स्वाद अच्छा लगे और पोषण मानकों का पालन हो सके। कार्यकर्ता और सहायिका की जिम्मेदारी है कि वे हर दिन बच्चों को दूध पिलाए।
जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर सप्ताह में पांच दिन दूध एक अप्रेल से पिलाया जा रहा है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के साथ नामांकन में भी बढ़ोतरी होगी। बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर होगा। - सुनील छाबड़ा, कार्यवाहक उप निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, हनुमानगढ़।