
भारतीय सेना की जैसलमेर स्थित बैटल एक्स डिविजन ने पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में वार्षिक युद्धाभ्यास किया। इसमें सेना के जवानों ने अपने पराक्रम के साथ अत्याधुनिक हथियारों से दुश्मन की तबाही का मंजर पेश किया। बैटल एक्स ने इस अवसर पर पैदल सेना की तरफ से इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों का भी अभ्यास किया। भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित जिले की इस सबसे बड़ी रेंज में सैन्य हथियारों से पूरी धरती बार-बार कम्पायमान हो गई। सेना ने इस अभ्यास में अपनी एकाग्रता और दृढ़ता का बेमिसाल परिचय दिया और नई पीढ़ी के हथियारों के साथ अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करते हुए आपसी तालमेल से प्रभावी परिणाम अर्जित करने की क्षमता व किसी भी हमले का जवाब देने में अपनी सक्षमता व तैयारी का प्रदर्शन किया है।
बैटल एक्स के इस वार्षिक युद्धाभ्यास के दौरान रेगिस्तानी धरती बार-बार गूंजती रही। इसकी धमक दूर तक सुनी गई। भारतीय सेना के इस डिविजन ने दर्शा दिया कि उसे अपनी क्षमताओं पर पूरा यकीन है और कोई भी दुश्मन हमें हल्के में नहीं आंक सकता। जांबाजों ने असॉल्ट राइफल, इन्फैंट्री राइफल, लाइट और हेवी मशीनगन, स्नाइपर, पर्सनल डिफेंस हथियार, नाइटविजन और थर्मल साइटिंग उपकरण, ड्रोन और निगरानी के अन्य उपकरण और कम्युनिकेशन और नेविगेशन उपकरण, रेडियो, कमांड यूनिट का प्रदर्शन कर ताकत दिखाई।
सेना के जांबाजों ने युद्धाभ्यास के दौरान व्यक्तिगत और निकट के शत्रुओं को ढेर करने से लेकर शक्तिशाली हमले के लिए मोर्टार तक का उपयोग किया। ऐसे ही आधुनिक ड्रोन तकनीक से दुश्मन की मांद तक पहुंचने और दुश्मन के मजबूत बख्तरबंद वाहनों व टैंक के परखच्चे उड़ाने की ताकत रखने वाले रॉकेट प्रणालियों का भी प्रदर्शन दिखाया।
Updated on:
19 Sept 2025 08:40 pm
Published on:
19 Sept 2025 08:39 pm
बड़ी खबरें
View Allजैसलमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
