17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट के रजिस्ट्रेशन में स्ट्रक्चरल डिजाइन देने की बाध्यता हटाई

-पहले रेरा ने ही की थी अनिवार्यता -लोगों को बुकिंग कराते समय ही मिल रही थी डिजाइन की जानकारी जयपुर. बिल्डरों से फ्लैट या कॉमर्शियल एरिया खरीदने की बुकिंग कराने वालों को अब मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट की स्ट्रक्चरल डिजाइन की जानकारी रजिस्ट्रेशन के साथ ही नहीं मिलेगी। रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट के […]

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर

image

GAURAV JAIN

Jul 01, 2025

-पहले रेरा ने ही की थी अनिवार्यता

-लोगों को बुकिंग कराते समय ही मिल रही थी डिजाइन की जानकारी

जयपुर. बिल्डरों से फ्लैट या कॉमर्शियल एरिया खरीदने की बुकिंग कराने वालों को अब मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट की स्ट्रक्चरल डिजाइन की जानकारी रजिस्ट्रेशन के साथ ही नहीं मिलेगी। रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट के रजिस्ट्रेशन के दौरान ही स्ट्रक्चरल डिजाइन सौंपने की बाध्यता हटा दी है। इससे बिल्डरों को तो राहत मिली है, लेकिन बुकिंग कराने वालों को पहले इमारत की हर छोटी से छोटी जानकारी निर्माण से पहले ही मिल रही थी वह अब नहीं मिल सकेगी। रेरा ने ही पहले इसकी जरूरत समझते हुए अनिवार्य किया था। बिल्डरों का तर्क है कि इमारत निर्माण के दौरान कई तरह के परिवर्तन करने होते हैं, ऐसे में प्रोजेक्ट की शुरुआत में ही स्ट्रक्चरल डिजाइन देना संभव नहीं है। इस तर्क के आधार पर रेरा अफसरों ने संशोधन किया है। अब निर्माण कार्य के दौरान (कम्प्लीशन सर्टिफिकेट लेने से पहले) कभी भी डिजाइन सौंपने की छूट रहेगी।

बुकिंगकर्ता के लिए दिक्कत या बिल्डर के लिए सहूलियत

कुछ लोग वास्तु के अनुसार फ्लैट या कॉमर्शियल एरिया खरीदते आए हैं। इसमें स्ट्रक्चर डिजाइन भी देखी जाती है, जिसमें उस एरिया का मोटा खाका खिंचा होता है। चर्चा यह भी है कि कुछ एक बिल्डर ज्यादा सेलेबल (बिक्री योग्य) एरिया निकालने के लिए इंटीरियर डिजाइन में बदलाव करते हैं।

घटाई स्टैंडर्ड फीस

फार्म हाउस योजना लाने वालों को स्टैंडर्ड फीस में रियायत दी गई है। इनसे 5 रुपए के बजाए 3 रुपए प्रति वर्ग मीटर स्टैंडर्ड फीस ली जाएगी। इससे पहले औद्योगिक श्रेणी में भी स्टैंडर्ड फीस दस रुपए से घटाकर पांच रुपए की जा चुकी है।