-तीन महीने पहले सांसद व कलेक्टर ने डीआरएम से की थी चर्चा -४०० एकड़ जमीन चिंहित, पर जबलपुर मंडल से नहीं मिला कोई जवाब
दमोह. बीना-कटनी रेलखंड में पश्चिम मध्य रेलवे एक कोच फैक्ट्री (वर्कशॉप) खोलने की योजना बना रहा है। खासबात यह है कि फरवरी माह में सांसद व कलेक्टर ने डीआरएम को पत्र लिखकर इसे दमोह में खोले जाने की मांग की थी। साथ ही बताया था कि ४०० एकड़ सरकारी जमीन इसके लिए उपलब्ध है। तीन महीने बीत जाने के बाद भी इस संबंध में जबलपुर मंडल की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। बताया जाता है कि डीआरएम जबलपुर ने टीम भेजने की बात कही थी। इधर, इस मामले में कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर का कहना है कि इस विषय पर सोमवार को डीआरएम से बात करेंगे।
बता दें कि गोलापट्टी और बांदकपुर के बीच ४०० एकड़ सरकारी जमीन है, जहां पर यह कारखाना खुल सकता है। सांसद राहुल सिंह ने डीआरएम व केंद्रीय रेलमंत्री से इस बारे में चर्चा कर यह कारखाना खोले जाने की अनुमति मांगी थी।
-तो होगा बड़ा नुकसान
यदि यह प्रोजेक्ट जिले की झोली में नहीं आता है तो इससे बड़ा नुकसान होगा। रोजगार की दृष्टी से यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस कारखाने के चालू होने से सैकड़ों युवाओं व मजदूरों को काम मिल सकेगा। बड़ी-बड़ी मशीनें आएंगी, जिनको चलाने के लिए इंजीनियर्स की भर्ती होगी। आसपास के क्षेत्रों में विकास होगा। इससे पलायन में कमी आएगी, पर बीते तीन महीने में देखें तो जनप्रतिनिधियों व प्रशासन ने कोई फॉलोअप नहीं लिया है। इससे यह प्रोजेक्ट हाथ से निकलता दिख रहा है।
-यहां पर यह होंगे काम
रेलवे वर्कशॉप, रेलवे की ऐसी सुविधाएं होती हैं, जहां रेलवे के रोलिंग स्टॉक की मरम्मत होती है। इनमें लोकोमोटिव, कैरिज, वैगन वगैरह की मरम्मत की जाती है। रेलवे वर्कशॉप में बड़ी मरम्मत, निरीक्षण, और संशोधन का काम किया जाता है। मप्र में भोपाल में रेल कोच फैक्ट्री है। यदि दमोह में यह कारखाना खुलता है तो सैकड़ों मजदूरों को यहां काम मिलेगा। पलायन भी कुछ स्तर तक कम होगा।
मैं बात करता हूं
तीन महीने पहले डीआरएम से बात हुई थी। उन्होंने टीम भेजने का बोला था। अभी तक टीम नहीं आई है। मैं आज इस बारे में बात करूंगा।
सुधीर कुमार कोचर, कलेक्टर दमोह