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जिला मुख्यालय पर ओपन बोर्ड परीक्षा का केन्द्र नहीं, दूरस्थ परीक्षा केन्द्रों में चल रहा फर्जीवाड़े का खेल

ओपन बोर्ड की परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय पर नहीं केन्द्र, जिले में कुल आठ परीक्षा केन्द्र, इनमें से दो परीक्षा केन्द्रों में इस साल डमी परीक्षार्थी बैठाने के मामले आ चुके सामने, कुल 12 जनों को किया जा चुका गिरफ्तार

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There is no centre for open board examination at the district headquarters, fraudulent activities are going on in remote examination centres

There is no centre for open board examination at the district headquarters, fraudulent activities are going on in remote examination centres

हनुमानगढ़. दिल्ली ओपन बोर्ड मतलब राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान की परीक्षा में इस साल डमी परीक्षार्थियों के जरिए गड़बड़झाले के दो मामले सामने आ चुके हैं। इनमें राउमावि डाबड़ी के प्राचार्य व अध्यापिका सहित कुल 12 जने गिरफ्तार किए जा चुके हैं। रोचक यह है कि दिल्ली ओपन बोर्ड की परीक्षा का एक भी केन्द्र जिला मुख्यालय पर स्वीकृत नहीं है।
जिला मुख्यालय से दूर भादरा, नोहर व रावतसर क्षेत्र में ही अधिकांश परीक्षा केन्द्र हैं। जबकि प्रतियोगी परीक्षाओं में जिला मुख्यालय से दूर परीक्षा केन्द्र बनाए ही नहीं जाते। इसकी एक वजह यह भी होती है कि दूरस्थ परीक्षा केन्द्रों की बजाय जिला मुख्यालय पर परीक्षा ज्यादा बेहतर तरीके से आयोजित हो सकती है। जिले में ओपन बोर्ड की परीक्षा के लिए आठ परीक्षा केन्द्र स्वीकृत हैं। कुछ साल पहले तक जिला मुख्यालय पर परीक्षा केन्द्र मंजूर था। मगर परीक्षार्थियों का परीक्षा देने की बजाय सेटिंग में ज्यादा विश्वास होने की स्थिति सामने आने पर शिक्षण संस्थान ने हाथ खड़े कर केन्द्र निरस्त करवाना ही बेहतर समझा।

ज्यादातर किसकी रूचि

जानकारों की माने तो ओपन बोर्ड की परीक्षा में अधिकांश वे परीक्षार्थी होते हैं जिनकी सीबीएसई व माशिबो अजमेर की परीक्षा में पार नहीं पड़ी। इसके अलावा ऐसे लोग भी होते हैं जिनको किसी कारणवश दसवीं व बारहवीं पास होने का प्रमाण पत्र चाहिए। इनमें जन प्रतिनिधियों की संख्या भी खासी रहती है। इनमें से भी कई बिना पेपर दिए परीक्षा पास करने की इच्छा रखने वाले होते हैं। ऐसे में डमी परीक्षार्थी वाला खेल शुरू होता है जो बहुत पुराना है, पकड़ में इस बार आया है।

अभी यह आए पकड़ में

नोहर पुलिस ने दो मई को नोहर में बड़बिराना रोड स्थित एमडी पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल, सरदारपुरा बास नोहर में डमी अभ्यर्थी बैठाकर पेपर देते स्कूल सचांलक सहित नौ जनों को गिरफ्तार किया। एक नाबालिग को निरुद्ध किया। आरोपी इसके एवज में असली अभ्यर्थी से 50 हजार रुपए ले रहे थे। इसके बाद आठ मई को भिरानी पुलिस ने राउमावि डाबड़ी, भादरा में बारहवीं की परीक्षा देते प्राचार्य जयवीर सिंह, अध्यापिका पिंकी रानी तथा छात्र अध्यापक राजेश नायक को डमी परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा देने के आरोप में गिरफ्तार किया।

प्राचार्य दो दिन के रिमांड पर

भिरानी पुलिस ने डमी परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दिलाने के मामले में तीनों आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया। डाबड़ी राउमावि के प्राचार्य जयवीर सिंह निवासी गांव आसन का दो दिन का रिमांड मंजूर कराया। जबकि अध्यापिका पिंकी रानी पत्नी प्रदीप धानक निवासी रामपुर मोहल्ला, हिसार तथा इंटर्नशिप कर रहा छात्र अध्यापक राजेश पुत्र काशीराम नायक निवासी रतनपुरा को जेल भिजवा दिया गया। गौरतलब है कि पिंकी रानी मूल परीक्षार्थी साहिल व रमनदीप कौर के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। मूल परीक्षार्थी कुलदीप पुत्र शिवदयाल सैनी के स्थान पर राजेश पुत्र काशीराम नायक निवासी रतनपुरा परीक्षा दे रहा था। तीनों के खिलाफ पुलिस के अलावा शिक्षा विभाग भी जांच कर रहा है।