
योग पर रिसर्च कर रहे पोलैंड के प्रोफेसर डॉ. क्रिज्सटॉफ स्टेक
ग्वालियर. योग पर रिसर्च कर रहे पोलैंड के प्रोफेसर डॉ. क्रिज्सटॉफ स्टेक का कहना है कि योग के काफी फायदे हैं और सूर्य नमस्कार का कोई विकल्प नहीं है। सूर्य नमस्कार यदि सही तरीके से किया जाए तो बेहतर परिणाम मिलते हैं। यह बात महारानी लक्ष्मीबाई कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (एमएलबी) में सोमवार को आयोजित योग सेमिनार में शामिल होने आए डॉ. स्टेक से पत्रिका ने विशेष बातचीत की। डॉ. स्टेक हरियाणा के संदीप आर्य जिसने 37 घंटे लगातार सूर्य नमस्कार कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था उसे रिसर्च करने भारत आए हैं।
डॉ. स्टेक अपने जीवन में 2,000 बार लगातार सूर्य नमस्कार कर चुके है, वे पिछले 10 वर्षों से 30 से अधिक बार भारत का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने योग साधना की है और 70 से अधिक शोध पत्र लिखे हैं और 3 पुस्तकें योग विषय पर लिख चुके हैं।
डॉ. स्टेक ने बातचीत में कहा, शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए सूर्य नमस्कार का कोई विकल्प नहीं है, बल्कि सूर्य नमस्कार का बेहतर तरीका क्या है, यह हर किसी को नहीं पता होता है। सूर्य नमस्कार भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा, योग का आहार के साथ सीधा संबंध है, इसलिए योग करने वाले व्यक्ति तामसी भोजन से परहेज करना चाहिए। यदि आप तामसी भोजन से शरीर और मन में जड़ता, सुस्ती, भ्रम, और थकान आती है, जबकि सात्विक भोजन करेंगे तो योग करने से मन शांत, स्फुर्ति और शरीर में ताजगी रहती है।
डॉ. स्टेक ने आहार के बारे में बताया, यदि खाने में पूरे न्यूटिशियन चाहिए तो उसको प्रेशर कुकर और ओवन में तैयार नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उसकी न्यूटिशियन वेल्यू काफी कम हो जाती है। आजकल लोग फटाफट भोजन बनाने के कारण कुकर और ओवन का प्रयोग करते हैं, जो ठीक नहीं है। ऐसा भोजन शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
योग और आहार के बारे में बताया छात्रों को
एमएलबी कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में डॉ. स्टेक ने छात्रों को योग के फायदे और भोजन कैसे करें जिससे शरीर को लाभ हो इस बारे में बताया। सेमिनार में करीब 100 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं। कार्यशाल में एमएलबी के प्राचार्य हरीश अग्रवाल, क्रीड़ा अधिकारी डॉ. उमाशंकर त्रिपाठी, डॉ. दीपक शर्मा आदि उपस्थित रहे।
Published on:
09 Sept 2025 01:01 pm
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