मार्केट जब से बना है तब से यहां पर सड़क नहीं बनी है। जर्जर सड़क के कारण माल वाहकों को सामान लाने और ले जाने में काफी परेशानी होती है। दवाएं भी गिर जाती हैं। सीएम हेल्प लाइन तक में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सड़क नहीं बन रही। नगर पालिका के साथ बैठक हुई थी, जिसमें बोला गया कि यूनियन मिलकर ६ लाख रुपए दे तो सड़क बना देंगे।
अजीत छत्तानी, दवा व्यापारी
मार्केट में दुकाने जब से ली हैं, तभी से यहां पर पानी की कोई सुविधा नहीं है। लंबे समय से कैंपर खरीदकर पानी पी रहे हैं। सड़क न होने से वाहन भी अंदर मुश्किल से आ पाते हैं। दवा खरीदी करने आने वाले रिटेलर्स अव्यवस्था से काफी परेशान हैं।
भरत सिंह ठाकुर, मेडिकल संचालक
मार्केट में नियमित सफाई आज तक नहीं हुई है। क्योंकि मार्केट के अंदर कचरा गाड़ी नहीं आती है। कचरा देने के लिए सड़क तक जाना पड़ता है, लेकिन दुकान खुलने के समय कचरा गाड़ी चली जाती है। पास में एक डंपिंग ऐरिया बन गया है, जहां पूरे दुकानदार दुकान का कचरा डालने मजबूर हैं।
मोहित अमलानी, दवा व्यापारी
टॉयलेट की सुविधा भी इस मार्केट में नहीं है। व्यापारियों ने अपने स्तर पर एक छोटा टॉयलेट बनवाया है, लेकिन पानी नहीं है। इससे टॉयलेट का भी उपयोग बमुश्किल कर पा रहे हैं। यूनियन ने कलेक्टर को एक ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।