
नोएडा। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) और गाजियाबाद (Ghaziabad) में प्रदूषण की स्थिति खतरनाक जोन में है। 1 फरवरी (February) यानी शनिवार (Saturday) को दोपहर में नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 182 था, जो स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है।
गाजियाबाद की हालत भी खराब
गाजियाबाद की बात करें तो शनिवार को दोपहर में यहां का एक्यूआई 247 रिकॉर्ड किया गया, जो कि लोगों की सेहत के लिए काफी नुकसान दायक है। नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर में हवा की दशा कुछ ऐसी ही हैं। मोदी सरकार के आम बजट में हवा सुधारने के लिए भी 4400 करोड़ रुपए का ऐलान किया गया है। उम्मीद है कि इससे एनसीआर की हवा में सुधार होगा।
यह है यह योजना
शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने हवा की दशा सुधारने के लिए 4400 करोड़ रुपए दिए हैं। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत ये रुपये आवंटित किए गए हैं। इससे उन शहरों में प्रदूषण से निपटा जाएगा, जहां हालत खतरनाक स्थिति में पहुंच चुकी है। इनमें नोएडा और गाजियाबाद भी शामिल है। दिवाली के बाद से ही यहां की स्थिति काफी खराब है। प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर स्कूलों की छुट्टियां तक करनी पड़ी थीं।
यह है टारगेट
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत प्रदूषण के स्तर में कमी लाने की योजना है। इसके तहत वर्ष 2024 तक पीएम 2.5 व पीएम 10 के स्तर को 20-30 फीसदी तक कम करने का टारगेट रखा गया है। कार्यक्रम के तहत लोगों को वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जागरूक भी किया जाएगा। इस योजना को पिछले साल 10 जनवरी को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने लांच किया था। इसमें उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और नोएडा समेत 15 शहर शामिल हैं।
Published on:
01 Feb 2020 02:04 pm
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