यह भी पढ़ें: चल रहा है मलमास, भूलकर भी न करें ये काम 51 में से 20 नमूने फेल जिला खाद्य अभिहित अधिकारी संजय शर्मा का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में कई नमूने जांच के लिए लैब भेज गए थे। इनको लखनऊ भेजा गया था, जहां से आई रिपोर्ट से पता चला कि 51 में से 20 में पोषक तत्व तय मानकों से कम मिले। वहां करीब हर महीने सैंपल भेजे गए थे। करीब 40 दिन में इनकी रिपोर्ट मिल गई।
यह भी पढ़ें: अपहरण के मामले में होनी थी गवाही, फिर अगवा हुई नाबालिग लड़कियां,इलाके में तनाव का माहौल इन ब्रांडों के नमूने हुए फेल जिला खाद्य अभिहित अधिकारी ने बताया कि ये सैंपल सेक्टर-66 और 71 के साथ ही गौड़ सिटी व ग्रेटर नोएडा के कई सेक्टरों से लिए गए थे। इसके अलावा उन्होंने गांवों से भी दूध के नमूने लिए थे। इनमें से अमूल, परम डेयरी, मदर डेयरी व यश मिल्क समेत कई ब्रांडाें के नमूनों में मिलावट मिली। उनके अनुसार, हर साल इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।
देखें वीडियो: विद्यालय में छात्र से गाड़ी धुलवाते हैं शिक्षक यह है जरूरी उन्होंने कहा कि दूध में वसा के अलावा सॉलिड नॉन फैट होता है, जो आपकी हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें प्रोटीन, लैक्टोस, विटामिन समेत कई जरूरी तत्व होते हैं। दूध में पानी मिलाने से इन पोषक तत्वों में कमी आ जाती है। उनका कहना है कि दूध में 4.5 फीसदी वसा और 8.5 फीसदी सॉलिड नॉन फैट होना जरूरी है। अगर इन तय मानकों से ये तत्व कम पाए जाते हैं तो संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
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