9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

विवेक हत्याकांड: हत्यारोपी के बचाव में उतरी यूपी पुलिस, उठा रही है यह कदम

सोशल मीडिया पर दोषी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जा रही है। वहींं इन दोषी पुलिसकर्मी के बचाव में महकमे में तैनात अन्य पुलिसकर्मी भी आ गए है। सोशल मीडिया में दोषी पुलिसकर्मियों के बचाने के लिए लगातार पैरवी की जा रही है।  

2 min read
Google source verification
police

विवेक हत्याकांड: हत्यारोपी के बचाव में उतरी यूपी पुलिस, उठाया रही यह कदम

ग्रेटर नोएडा : लखनऊ में विवेक तिवारी की हत्या के बाद पुलिसकर्मी लोगों के निशाने पर आए हुए है। पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक तरफ जहां लोग सड़कों पर है, वहीं सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस के खिलाफ मुहिम छेड़ी हुई है। सोशल मीडिया पर दोषी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जा रही है। वहींं इन दोषी पुलिसकर्मी के बचाव में महकमे में तैनात अन्य पुलिसकर्मी भी आ गए है। सोशल मीडिया में दोषी पुलिसकर्मियों के बचाने के लिए लगातार पैरवी की जा रही है।

यह भी पढ़ें: गांधी जयती पर विशेष: बापू को 57 साल बाद भी नहीं मिली छत

मालूम हो कि लखनऊ में ऐप्पल कम्पनी के मैनेजर विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप लखनउ में तैनात सिपाही प्रशांत चौधरी पर लगा है। दरअसल में विवेक तिवारी उस दिन अपनी महिला मित्र के साथ कार में थे। इस मामले में चश्मदीद गवाह ने सिपाही पर डिवाइडर पर खड़े होकर गोली मारने का आरोप लगाया है। इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी को जेल भेजा चुका है। वहीं लखनउ पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

आरोपी सिपाही के बचाव में दादरी पुलिस भी आ गई है। दादरी कोतवाली में तैनात एक पुलिसकर्मी ने पोस्ट डाली है, जिसमें लिखा है कि सभ्य नागरिक की करतूत से ऐसे हालात बेवजह बन गए है। यह पोस्ट सिर्फ एक पुलिसवाले ही नहीं, बल्कि अन्य ने भी डाली है। सोशल मीडिया पर तेजी के साथ हुए वायरल मैसेज में एक पुलिसकर्मी की बेटी भी अपील कर रही है। इस अपील में लिखा है कि गाड़ी वाले अंकल, पापा गाड़ी रोकें तो रोक लेना, उन्हें कुचल न देना। वट्सऐप ग्रुपों पर पुलिसकर्मियों ने एक पोस्ट डाली है, जिसमें मृतक विवेक को लापरवाह बताया गया है।

यहां तक की हत्या के आरोप में जेल भेजे गए सिपाहियों के परिवारों को तबाह करने का जिम्मेवार बताया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए मैसेज में कहा गया है कि अफसर डयूटी नहीं करते है। डयूटी न करने का आरोप आईपीएस और पीपीएस अफसरों पर भी लगाए गए है।

यह भी पढ़ें: टोकरी से निकलकर चलती ट्रेन में खुला घूमने लगा सांप, फिर जो हुआ...