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जानिये क्योंं मनाया जाता है Bhai Dooj, यह है पूजा विधि व शुभ मुहूर्त

जानिए दीपावली के बाद होने वाले भाई दूज त्योहार की पूजा विधि, तिथि और तिलक का शुभ मुहूर्त

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नोएडा. भैया दूज का पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। यह दिवाली के तीसरे दिन मनाया जाता है। दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन और उसके अगले ही दिन Bhai Dooj। इस दिन बहन अपने भाई को तिलक कर भाई के लिए लंबी उम्र की कामना करती है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को यह मनाया जाता है। इस बार भैया दूज 9 नवंबर को है।

इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र के साथ-साथ स्वास्थ होने की भी कामना करती है। मान्यता के अनुसार अगर इस दिन बहन अपने भाई को जीमाए तो भाई की उम्र बढ़ती है। साथ ही सभी कष्ट दूर हो जाते है।

बहन नहीं है तो करें ये काम

अगर किसी की बहन नहीं है तो ऐसे लोग नदी व गाय का ध्यान कर भोजन करें। यमुना व गाय का ध्यान करना भी शुभ माना जाता हैं भाई दूज के दिन यमुना और यमराज की पूजा का विशेष महत्व होता है।

कब है भाई दूज 2018 , (Bhai Dooj 2018 Shubh muhurat)

टीका मुहूर्त-13:10 से 15:27
टीका करने के लिए अवधि 2 घंटे 17 मिनट
द्वितीया तिथि-08 नवंबर 2018 को 22:37 बजे से शुरू और 9 नवंबर 2018 को 22:50 बजे समाप्त होगी।

भाई दूज 2018 की पूजा विधि (Bhai Dooj 2018 Puja Vidhi)

इस दिन बहन अपने भाई पर चावल डालती है। उसके बाद में चौकी पर बिठाकर पूजा करती है। हल्दी के बाद में माथे पर चावल का तिलक करती है। फूल, पान, सुपारी तथा मुद्रा रखकर धीरे से पानी छोड़ते हुए मंत्र पड़ती है। साथ ही हाथ पर कलावा बांधती हैं। उसके बाद में भाई के मुंह में मिठाई खिलाती हैं। यमराज के नाम से दीपक जलाती है और उसे घर की दहलीज के बाहर रखती। मान्यता के अनुसार बहन का ऐसा करने से भाई अपना सुख मय जीवन व्यतीत होता है।