
सहारनपुर। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को महागठबंधन के बारे में स्थिति साफ करते हुए कहा कि सम्मानजनक सीटें न मिलने पर उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी साफ किया कि चंद्रशेखर रावण से उनका बुआ-भतीजे व खून का कोई रिश्ता नहीं है। मायावती ने रविवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बसपा किसी भी पार्टी के साथ तभी कोई चुनावी गठबंधन करेगी, जब उनकी पार्टी को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। वरना फिर हमारी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ना ज्यादा बेहतर समझती है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा व कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा समेत अन्य सभी विरोधी पार्टियों की पूरी कोशिश रहेगी कि भाजपा को सत्ता में वापस आने से रोका जाए। इसीलिए गठबंधन करके चुनाव लड़ने की बात की जा रही है। इसके अलावा मायावती ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस और भाजपा को एक जैसा बताया।
मायावती के महागठबंधन पर दिए गए इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। इन चर्चाओं के बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष इमरान मसूद से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि महागठबंधन के बारे में पार्टी हाईकमान का निर्णय ही हमें मान्य होगा। आपको बता दें कि इमरान मसूद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं।
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2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर भाजपा प्रत्याशी को कड़ी टक्कर दी थी। इस समय सहारनपुर जिले की दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन होने की स्थिति में अगर सहारनपुर सीट कांग्रेस के खाते में आती है तो इमरान मसूद ही कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। ऐसा उनके पिछले प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा रहा है।
Published on:
17 Sept 2018 07:12 pm
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