
नोएडा। टोक्यो ओलंपिक (tokyo olympics) शुरू होने में अब महज छह दिन का वक्त बचा है। गत पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। लेकिन इस वर्ष इसके आयोजन की तैयारी जोरों से की जा रही है। इस बार खेलों के इस महाकुंभ में भारत 119 खिलाड़ियों सहित 228 सदस्यीय शामिल होंगे। इनमें गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास लालिनाकेरे यतिराज (suhas ly) भी शामिल हैं। जो वर्तमान में पैरालिंपिक में दुनिया के नंबर 3 बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्हें और मनोज सरकार को बाइपार्टाइट कोटा के तहत खेलने के लिए सिलेक्ट किया गया है। इन दोनों के अलावा इस वर्ष पैरा बैडमिंटन टीम में 5 और सदस्य हैं।
दरअसल, वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन ने सुहास एलवाई का सिलेक्शन टोक्यो ओलंपिक के लिए किया है। उन्होंने वर्ष 2018 में हुए पैरा ओलंपिक में भारत की तरफ से खेलते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था। वह 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और कई जिलों में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी के पद पर रह चुके हैं। गौतमबुद्धनगर में वह जिलाधिकारी के रूप करीब डेढ़ वर्ष से कार्यरत हैं। मार्च 2018 में वह वाराणसी में आयोजित हुई दूसरी राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर नेशनल चैंपियन भी बने थे।
बीजिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता
बता दें कि वर्ष 2016 एशियाई पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप बीजिंग में वह एक पेशेवर अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय नौकरशाह बने। उस दौरान वह आजमगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने इंडोनेशिया के हैरी सुसांतो को फाइनल मैच में हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। उस दौरान वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकृषण का केंद्र बने थे। इतना ही नहीं, वह पहले भारतीय नौकरशाह थे जिन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और पदक जीता। जी
उत्तर प्रदेश सरकार के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित
उत्तर प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2016 में उन्हें प्रदेश के के सर्वोच्च नागरिक सम्मान यश भारती से सम्मानित किया था। उन्होंने अपनी आधिकारिक क्षमता में सेवा करते हुए कई पुरस्कार जीतने का भी विशिष्ट रिकॉर्ड बनाया है। राजस्व मंत्री और राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष उन्हें राजस्व प्रशासन में कर्तव्य निर्वाह के लिए भी सम्मानित कर चुके हैं। इसके अलावा चुनाव से संबंधित शानदार काम के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
पत्नी भी है अपर जिलाधिकारी
कर्नाटक में हासन जिले में जन्मे लालिनाकेरे यतिराज के पिता का नाम यतिराज एलके और माता का नाम जयश्री सीएस है। उनकी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा मांड्या जिले के पास डूड्डा में हुई है। वह बताते हैं कि उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे। उनकी पत्नी ऋतु सुहास भी पीसीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में गाजियाबाद की अपर जिलाधिकारी के रूप में तैनात हैं। वह मिसेज इंडिया 2019 भी रह चुकी हैं। उनकी पत्नी को भी आम चुनावों में मतदाता जागरूकता में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जा चुका है।
Published on:
17 Jul 2021 03:02 pm
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