
सांकेतिक तस्वीर
नोएडा के दनकौर ब्लाक में स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल चूहड़पुर खादर में 2015 से बिजली नहीं है। छात्रों के साथ शिक्षकों को पूरे साल बिना बिजली के ही पठन पाठन कराना पड़ता है। स्कूल में बिजली की व्यवस्था हो सके, इसके लिए स्कूल के शिक्षक कई बार विभाग को भी अवगत करा चुके हैं। इसके बावजूद स्कूल में अभी तक बिजली की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
कायाकल्प के तहत भी नहीं हुए कार्य
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं कि सभी परिषदीय स्कूलों में बिजली का कनेक्शन है, लेकिन नोएडा के चार ब्लॉकों में कई ऐसे स्कूल हैं। जहां छात्रों के साथ शिक्षकों को भी अंधेरे में ही पढ़ाई करानी पड़ रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन कायाकल्प का असर भी यहां बेअसर है। उच्च प्राथमिक स्कूल चूहड़पुर खादर और प्राथमिक स्कूल चूहड़पुर में कायाकल्प के तहत कोई कार्य नहीं हो पाए हैं। चारदीवारी तक नहीं है। इसके साथ ही कायाकल्प के 19 बिंदुओं पर कोई कार्य ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने नहीं कराया है।
पोलिंग बूथ बनाते समय जोड़ी गई थी बिजली
स्कूल की शिक्षिका ने बताया कि कुछ साल पहले चुनाव के दौरान स्कूल को पोलिंग बूथ बनाया गया था। उस दौरान स्कूल में बिजली जोड़ी गई थी। फाल्ट होने के बाद बिजली की सप्लाई बाधित हो गई थी। बिजली नहीं होने की जानकारी विभाग को कई बार दी गई।
उसके बाद भी कोई कदम नहीं उठाए गए। शिक्षिका ने बताया कि कक्षा छह से आठ तक 45 छात्रों का नामांकन है। स्कूल में साल 2015 तक ही बिजली सुविधा थी। 2015 के बाद से अब तक स्कूल परिसर में बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है।
खारा पानी पीने को मजबूर छात्र
स्कूल में छात्र खारा पानी पीने को मजबूर है। परिसर में लगे हैंडपंप से निकलने वाले पानी पीने योग्य नहीं है। स्कूल की शिक्षिका ने बताया कि कई बार खारा पानी पीने से छात्रों की तबीयत भी खराब हो चुकी है। डीसी निर्माण अविनाश सिंह ने बताया कि स्कूल में बिजली का कनेक्शन है।
बिजली का बिल बकाया होने पर कई स्कूलों की बिजली काट दी गई थी। उसी दौरान इस स्कूल की भी बिजली काटी गई थी। स्कूल में जल्द बिजली जोड़ दी जाएगी। बिजली के बकाया बिल की फाइल शासन को भेज दी गई है।
Published on:
30 Mar 2023 05:10 pm
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