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Paytm डाटा लीक मामले में सोनिया के परिवार ने विजय शेखर पर लगाए ये आरोप

जिला जज ने बचाव पक्ष के वकील की दलील सुनने के बाद आरोपियों की रिमांड देने की पुलिस की अपील को ठुकरा दिया।

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family of sonia dhawan

Paytm डाटा लीक मामले में सोनिया के परिवार ने विजय शेखर पर लगाए ये आरोप

नोएडा। पेटीएम कंपनी का गोपनीय डाटा चोरी करने और 20 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की आरोपी कंपनी की वाइस प्रेसीडेंट सोनिया धवन, उनके पति रूपक जैन व कंपनी कर्मचारी देवेंद्र कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर गौतमबुद्ध नगर के जिला न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जिला जज ने बचाव पक्ष के वकील की दलील सुनने के बाद आरोपियों की रिमांड देने की पुलिस की अपील को ठुकरा दिया। सोनिया के परिजनों ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि उनकी लड़की के साथ हरेसमेंट किया गया। पेटीएम के एमडी ने सोची समझी साजिश कर सोनिया को फंसाया है।

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पेटीएम कंपनी का गोपनीय डाटा चोरी करने की आरोपी सोनिया, उनके पति रूपक जैन व कंपनी कर्मचारी देवेंद्र कुमार की तरफ से दायर जमानत की अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया। सोनिया की तरफ से जमानत की अर्जी पेश करते हुए वकील ने कहा कि यह उनकी क्लाइंट के खिलाफ साजिश है। उसकी मेन वजह है कि हमारी क्लाइंट के पास कंपनी की शेयर होल्डिंग है। जिसे कंपनी वापस लेना चाहती थी। इसके लिए हमारी क्लाइंट तैयार नहीं थी। 10 साल पहले मामूली एम्पलाई के तौर पर उसने कंपनी में शुरुआत की थी आज वह बड़े पद पर है। कोर्ट को यह भी बताया गया कि एक महीना पहले उसका प्रमोशन किया गया था जो इस बात का सबूत है कि वह एक अच्छी एम्प्लाई थी। उसको कई एवार्ड मिले हैं। बचाव पक्ष की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने आरोपियों की रिमांड देने की पुलिस की अपील को ठुकरा दिया।

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परिवार सदमे के साथ-साथ गुस्से में भी है और सीधे पेटीएम के मालिक पर आरोप लगा रहे हैं कि विजय शेखर ने सोनिया का हरेसमेंट किया है। सोनिया कंपनी की 10 साल से सेवा कर रही थी। वह कंपनी की पिलर थी एक महीने पहले कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया है। 2 दिन के अंदर ही उसे एक्यूज्ड बना दिया और सोची समझी साजिश के तहत डाटा चोरी का आरोप लगाकर उसे जेल भिजवा दिया है। साथ ही मीडिया में सारी बातें फैलाई गई हैं। परिवार वालों का मानना यह भी है कि इसमें देवेंद्र कंपनी का ही मोहरा हो सकता है। वहीं परिवार का कहना है कि सोनिया कंपनी की शेयर होल्डर भी है। जिसे कंपनी वापस लेना चाहती थी। इसके लिए सोनिया तैयार नहीं थी।