सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के समय शुरू हुआ विवाद अब तक थमता नजर नहीं आ रहा है। मिहिर भोज की प्रतिमा की अनावरण से पहले पर गुर्जर शब्द को हटाने और फिर स्टीकर लगाने को लेकर राजपूत संगठन और गुर्जर समुदाय में विवाद चल ही रहा था, लेकिन उस समय नया विवाद खड़ा हो गया, जब प्रतिमा के शिलापट्ट पर दर्ज मुख्यमंत्री, राज्यसभा सांसद, दादरी के विधायक के नाम पर कालिख पोतने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें श्याम सिंह भाटी, दीपक नागर समेत कई युवक कालिख लगाते हुए दिख रहे थे। इस मामले में गुर्जर विद्या सभा के सचिव रामचंद्र वर्मा ने डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना दादरी में शिकायत कराई थी।
यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कानपुर के बाद उन्नाव दौरा, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी दीपक नागर और विक्रांत गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले की तफ्तीश के दौरान वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए श्याम सिंह भाटी, दीपक नागर समेत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर नामजद आरोपियों के घर ताबड़तोड़ दबिश दी और आरोपी सपा नेता दीपक नागर और विक्रांत को घर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस प्रकरण में शामिल फरार अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि वीडियो में दिख रहे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी का कहना है कि कालिख पोतने के मामले से सपा का कोई लेना-देना नहीं है। दीपक नागर ने जो कृत्य किया है, उस पर पुलिस कार्रवाई करेगी।
पुलिस ने गेट पर लगाया ताला फिलहाल पुलिस ने प्रतिमा के पास जाने से रोक लगा दी है। दरअसल, भाजपा के राज्यसभा सांसद ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के सामने फोटो खिंचवाकर ट्वीट किया था। इसके बाद शिलापट्ट पर गुर्जर शब्द लिखा देखकर लोगों में प्रतिमा के पास पहुंच कर फोटो खिंचवाने की होड़ मच गई थी। जिसके बाद माहौल न बिगड़े इसलिए पुलिस ने प्रतिमा के फाउंडेशन पर लगे गेट का ताला लगा दिया है।