
आपकी बात, भारत में बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण कैसे किया जा सकता है ?
संतुलित जनसंख्या नियंत्रण पर ध्यान दें
किसी भी देश के विकास लिए मानव संसाधन महत्वपूर्ण है। लेकिन, देश के भू-भाग पर मौजूद अन्य जरूरी संसाधनों के साथ आबादी का संतुलन होना भी आवश्यक है। ऐसा न होने पर भुखमरी और बेरोजगारी जैसी समस्याएं खड़ी हो जाएंगी। यानी जनसंख्या न तो ज्यादा होना ठीक है और न ही कम होना। भारत को 'संतुलित जनसंख्या नियंत्रणÓ के बारे में गहराई से सोचना होगा, ताकि चीन जैसे हालात से ना गुजरना पड़े।
-अणदाराम बिश्नोई, जयपुर
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कड़े कानून की जरूरत
जनसंख्या पर नियन्त्रण के लिए केंद्र सरकार को कड़ा कानून बनाना चाहिए। इसके तहत 'हम दो हमारे दोÓ की नीति का कड़ाई से पालन करवाया जाना चाहिए। दो से अधिक बच्चों वाले परिवार वालों को किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं देना चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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विवाह की उम्र बढ़ाएं
जनसंख्या नियंत्रण के लिए विवाह की न्यूनतम उम्र में वृद्धि करनी होगी तथा 'छोटा परिवार, सुखी परिवारÓ अभियान का प्रचार-प्रसार करके लोगों में जागरूकता फैलानी चाहिए। नागरिकों को इस मुहिम का हिस्सा बनकर जनसंख्या पर नियंत्रण करने में भागीदारी निभानी होगी।
अजय चौधरी, बाड़मेर
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जरूरी है सख्ती
जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर उसे सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। एक बड़ा वर्ग यह मानता है कि बच्चे भगवान या खुदा की देन हंै। उनकी मानसिकता बदलनी होगी।
-गिरीश ठक्कर, राजनांदगांव
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जनता की भी जिम्मेदारी
देश की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। प्राकृतिक संसाधनों की भी कमी पडऩे लगी है। जनसंख्या नियंत्रण कानून को सख्ती से लागू किया जाए। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जनता को भी गंभीर होने की जरूरत है।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़
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कल्याणकारी योजनाएं जरूरी
निश्चित रूप से जनसंख्या वृद्धि को रोकने में शिक्षा और परिवार नियोजन प्रमुख उपाय हैं। शिक्षित समाज परिवार की सही देखभाल करने के लिए परिवार नियोजन के माध्यम से जनसंख्या वृद्धि को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा कल्याणकारी योजनाएं और सामाजिक जागरूकता भी जनसंख्या वृद्धि को रोकने में कारगर साबित हो सकती हंै।
-नारायणराम खोजा, गुडा भगवानदास
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कानून काफी नहीं
एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार इस साल भारत वैश्विक जनसंख्या में प्रथम स्थान पर आ जाएगा। भारत में बढ़ती जनसंख्या का प्रमुख कारण अशिक्षा और पितृसत्तात्मक समाज है। इसको रोकने के लिए कानूनी बाध्यता से जरूरी जागरूकता और शिक्षा है। साथ ही गर्भ निरोधक साधनों का व्यापक प्रचार जरूरी है। अगर कानून के द्वारा रोकने का प्रयास करेंगे तो चीन जैसे हालात बन जाएंगे।
- हितेश कुमार, मंडार, सिरोही
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महिलाओं को शिक्षित करें
हमारे देश में आज भी महिलाओं की शिक्षा का स्तर पुरुषों की अपेक्षा काफी कम है। महिलाओं के शिक्षित न होने के कारण वे जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों को नहीं समझ पाती। वे अपने खानपान पर भी ध्यान नहीं दे पाती तथा जनसंख्या नियंत्रण में अपना योगदान नहीं दे पातीं। पढ़ी लिखी महिलाएं जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूक होती हैं।
-अमित कौशिक, भिवानी, हरियाणा
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वोट बैंक भी है कारण
बढ़ती जनसंख्या पर अंकुश लगाने से पहले जनसंख्या वृद्धि के कारणों को समझना होगा। पहले अशिक्षा बढ़ती जनसंख्या का प्रमुख कारण रहा है। आज के भारत में बढ़ती जनसंख्या के मूल कारणों में वोट बैंक का विष बीज भी है। देश में जातिवाद, क्षेत्रवाद और धर्मांधता को अनवरत पोषित किया जा रहा है। बढ़ती जनसंख्या पर अंकुश लगाने के लिए आरक्षित चुनाव क्षेत्रों को रोटेशन के आधार पर बदलते रहना चाहिए। साथ ही मुफ्त प्रलोभनों पर अकुंश जरूरी है।
-बाल कृष्ण जाजू, जयपुर
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जागरूकता अभियान आवश्यक
सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहिए,ताकि जनसंख्या विस्फोट की स्थिति को समय रहते रोका जा सके। जागरूकता अभियान भी चलाना चाहिए। जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म, प्रिंट मीडिया आदि पर प्रचारित-प्रसारित करना चाहिए, ताकि लोग इसकी गंभीरता को समझ सकें।
-प्रकाश भगत, कुचामन सिटी, नागौर
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लिंगभेद समाप्त किया जाए
जनसंख्या नियंत्रण के लिए सबसे पहले तो लोगों को यह समझाएं कि बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं है। आज भी बेटे की चाहत मे 4-5 संतान हो जाती हैं। धर्मगुरुओं, नेताओं, शिक्षण संस्थानों और सरकारों को लिंगभेद समाप्त करने का माहौल बनाना होगा।
-मुकेश जाट, चूरू
Published on:
24 Apr 2023 05:46 pm
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