कुरान में ये स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि , ‘कह दो कि तुम्हारे दिलों में जो कुछ है उसे चाहे तुम छिपाओ या व्यक्त करो, ईश्वर उसे जानता ही है। और वह जानता है जो कुछ आकाश में हैं और जो कुछ धरती में हैं। ईश्वर को हर चीज का सामथ्र्य प्राप्त है। (कुरआन-3:29)
ईश्वर इंसानों को छल-कपट और बनावटीपन से दूर रह कर सही नीयत से कर्म करने को पे्ररित करता है। कुरान में फरमाया गया है कि, ‘और ईश्वर का डर रखो। निस्संदेह ईश्वर दिल तक की बातें जानता है। (कुरआन-5:7)। ईश्वर लोगों को उसके स्मरण पर उभारता है और कहता है, ‘ईश्वर के जिक्रसे दिलों को इत्मीनान हासिल होता है।’