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आपकी बात, भूमिगत जल का स्तर लगातार कम होने का क्या दुष्प्रभाव हो रहा है?

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

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Patrika Desk

Feb 17, 2023

आपकी बात, भूमिगत जल का स्तर लगातार कम होने का क्या दुष्प्रभाव हो रहा है?

आपकी बात, भूमिगत जल का स्तर लगातार कम होने का क्या दुष्प्रभाव हो रहा है?

बढ़ रहा है जल संकट
भूमिगत जल का स्तर लगातार कम होने से नदियां सूख रही हैं। इससे जल संकट विकट हो रहा है। भूमिगत जल के दोहन के लिए अत्यधिक ऊर्जा की खपत भी होती है।
-सुभाष धायल, बीकानेर
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धंसाव की आशंका
भूमिगत जल-स्तर नीचे खिसकने से न सिर्फ जल की उपलब्धता में कमी आती है, बल्कि इसकी कमी से भू-गर्भीय निर्वात भी हो सकता है, जो भू-सतह के फटने या धंसने के लिए जिम्मेदार है। इसके फलस्वरूप जान-माल का भी काफी मात्रा में नुकसान हो सकता है।
-अजिता शर्मा, उदयपुर
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सिंचाई खर्च बढ़ेगा
निरंतर भूमिगत जल के अंधाधुंध दोहन से भूमिगत जल स्तर में गिरावट आई है। इसके कारण भूमिगत जल से सिंचाई के लिए अधिक खर्च होता है।
गौरव कुमावत, जयपुर
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अकाल के हालात
भूमिगत जल का स्तर कम होने से गांवों और शहरों को पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है, जिससे वहां अकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। भूमिगत जल कम होने का मुख्य कारण पानी का दुरुपयोग है। जब तक पानी का दुरुपयोग कम नहीं हो जाता, तब तक भूमिगत जल निरंतर कम होता रहेगा। इससे वंचित वर्ग को आसानी से पानी नहीं मिलेगा।
-निशा बाकोलिया, चूरू
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सूख रहे हैं जल स्रोत
कई गांवों और शहरों में पानी की किल्लत देखने को मिलती है। इसका मुख्य कारण है जल स्रोतों का सूख जाना। यह भूमिगत स्तर काफी नीचे जाने के कारण ही हुआ है। समर्थ लोग पानी व्यर्थ बहाते हंै, जिससे वंचित लोगों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। सरकार को पानी का दुरुपयोग रोकने पर ध्यान देना चाहिए।
-नवीन कुमार फलवाडिय़ा, सुजानगढ़
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भविष्य के लिए खतरा
जल की कमी के चलते निरंतर भूमिगत जल का अंधाधुंध दोहन हो रहा है, जो भविष्य के लिए हानिकारक हो सकता है। भूमिगत जल स्तर लगातार कम होने से जल की उपलब्धता में कमी आ रही है। भूमिगत जल के अत्यधिक दोहन से नदियां भी सूख रही हंै।
-लहर सनाढ्य, उदयपुर
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अंधाधुंध दोहन रोकें
जगह-जगह बोरिंग खुदवा कर पानी का दोहन किया जा रहा है। साथ ही पानी खर्च भी बहुत हो रहा है। इससे भूमिगत जल रीत रहा है। इसके दुष्प्रभाव से जमीन में धंसाव भी होता है। यदि सरकार ने समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया, तो भविष्य में पीने के लिए त्राहि-त्राहि मच जाएगी।
-सुरेंद्र बिंदल, जयपुर
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बढ़ता है प्रदूषण
भूमिगत जल का स्तर लगातार कम होने जल संकट बढ़ रहा है। भूजल प्रदूषित भी हो जाता है।
-निर्मला देवी वशिष्ठ राजगढ़ अलवर
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जल है जरूरी
जल जो जीवन का आधार है, उसका संरक्षण आवश्यक है। वर्तमान मे जल की कमी, जल प्रदूषण जैसी समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। आज कई शहरों मे भूमिगत जल सूख गया है, जिससे पीने और कृषि के लिए जल की कमी बनी हुई है। जल की महत्ता को समझते हुए जल संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए।
-कमल सिंह रघुवंशी, रतलाम, मप्र
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पानी की उपलब्धता में कमी
भूमिगत जल का स्तर लगातार कम होने से पानी की उपलब्धता में तेजी से कमी आ रही है। जल स्तर में कमी, भू-गर्भीय निर्वात पैदा कर रही है, जो खतरनाक है। जमीन से निरंतर पानी का दोहन, भूमिगत जल स्तर को कम करने के लिए जिम्मेदार है।
-नरेश कानूनगो, देवास, मध्यप्रदेश
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फिर कैसे मिलेगा जल
जल हर प्राणी की आवश्यकता होती है। लगातार जल दोहन करने के कारण भूमिगत जल स्तर लगातार कम होता जा रहा है। यदि इसी प्रकार जल का स्तर कम होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब पीने योग्य जल केवल नाममात्र का ही रह जाएगा।
- गौरव अग्रवाल, अलवर