
इस बारे में खुलकर चर्चा होनी चाहिए
इस क्षेत्र में जागरूकता के लिए आध्यात्मिक गुरुओं, सेलिब्रिटी, खिलाड़ियों और मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण और प्रभावशाली है। डिप्रेशन, एंजायटी, नींद व नशा जैसे विषयों पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए। बड़े खेल आयोजनों में मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित संदेश दिखाना चाहिए। मीडिया जनमानस को प्रभावित करने का सबसे तेज़ और प्रभावशाली माध्यम है। वह अपनी सक्रिय भूमिका निभा सकता है। - डॉ तुषार जागावत, जयपुर
जागरूकता अभियान चलाएं
स्कूलों कॉलेजों और कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के बारे में नियमित वर्कशॉप आयोजित की जानी चाहिए। सार्वजनिक अभियानों मशहूर हस्तियों के अनुभव साझा करने और सकारात्मक कहानियों के माध्यम से मानसिक बीमारियों को लेकर गलत धारणा को दूर किया जाना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शिक्षा और जागरूकता अभियान चलाने चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य संबंधित कोई समस्या है तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। - लहर सनाढ्य, उदयपुर
समझ को बढ़ावा देना होगा
मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए लोगों को शिक्षित और जागरूक करना आवश्यक है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के बीच समानता को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता बढ़ाना और इस बात पर जोर देना आवश्यक है कि मानसिक स्वास्थ्य के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। सहानुभूति ओर समझ को बढ़ावा देकर हम कलंक के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद कर सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से प्रभावित लोगों के लिए अधिक सहायक वातावरण बना सकते है। - शालिनी ओझा, बीकानेर
हर वार्ड में हों मानसिक स्वास्थ्य केंद्र
यह बात अमूमन देखने में आती है कि जागरूकता के अभाव में ज्यादातर लोग मानसिक स्वास्थ्य के प्रति उतने गंभीर नहीं होते, जितने होने चाहिए। ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए हर वार्ड में सर्व सुविधायुक्त मानसिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने चाहिए, ताकि उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ बने रहने संबंधी जानकारी निशुल्क दी जा सके। - -वसंत बापट, भोपाल
सामाजिक पहल हो
समाज मे व्याप्त मानसिक बीमारियों से जुड़ी भ्रांतियों को कम करने की पहल करनी होंगी। मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति के साथ हमदर्दी जताकर, उसे समझाइश देकर मदद की जा सकती हैं। लोगों का मानसिक स्वास्थ्य ठीक होने पर ही उनका लाभ व्यक्ति, समाज और देश सभी को होता है जिसकी बदौलत हरेक के द्वारा संतुलित और पूर्ण जीवन जिया जा सकता है। -नरेश कानूनगो देवास, म.प्र.
स्वयं को व्यस्त रखें
मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में और अधिक जागरूकता के लिए विचारों में सौम्यता लाएं और आत्मविश्वास की भावना विकसित करें। दैनिक दिनचर्या में योग एवं प्राणायाम को आत्मसात करें। सामाजिक सहभागिता एवं दूसरों की खुशी के लिए लिए जरूर वक्त निकालें। - सतीश उपाध्याय, कोरिया
सामुदायिक जागरूकता जरूरी
पाश्चात्य संस्कृति के दुष्प्रभाव, भौतिकवाद की तड़क भड़क, भागदौड़ ने मानवीय जीवन को संकट में डाल दिया है। मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सामुदायिक जागरूकता जरूरी है। सामुदायिक देखभाल गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना महत्त्वपूर्ण है। व्यायाम, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनाव से निपटने के तरीके शामिल हैं। - शिवजी लाल मीना, जयपुर
Published on:
05 May 2025 01:14 pm
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