
जाने कौन है शार्दुल विहान जिसने सिर्फ 15 साल की उम्र में बढ़ाया भारत का मान
नई दिल्ली। मोदीपुरम, मेरठ के दयावती मोदी अकादमी में 09वीं के छात्र शार्दुल विहान मेरठ के ही सिवाया गांव के रहने वाले हैं।सिर्फ 15 साल के शूटर शार्दुल विहान ने डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीतकर भारत के पदकों की संख्या को 17 पर पहुंचा दी है । नेशनल लेवल में कई अनुभवी और दिग्गज शूटर्स को मात दे चुके हैं। शार्दुल पिछले साल मॉस्को में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में छठे स्थान पर रहे और जूनियर लेवल के डबल ट्रैप का फाइनल भी जीत चुके हैं। लेकिन इस बार इंडोनेशिया में खेले जा रहे 18वें एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल जीतकर उन्होंने भारत का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है ।
मात्र 15 वर्ष के हैं विहान
फाइनल में शार्दुल ने शीर्ष स्थान पर रहते हुए क्वालीफाई किया था। आपको बता दें शार्दुल ने बेहद मजबूत शुरुआत की थी, लेकिन 11वें शॉट में उनसे गलती हुई और उनका निशाना पहली बार चूका। मेरठ का यह निशानेबाज 2014 में इस खेल से जुड़ा था और एक साल बाद ही स्पर्धाओं में हिस्सा लेने शुरू किया था।वीडियो गेम्स और साइकिल चलाने के शौकीन विहान ने सिर्फ 15 वर्ष की उम्र में एक बहुत बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है ।
बने सबसे युवा निशानेबाज
निशानेबाजी में विहान ने पालेमबांग में भारत के लिए मेडल जीतने के साथ ही उन्होंने सौरभ चौधरी को पीछे छोड़ दिया है । विहान अब भारत के लिए मेडल जीतने वाले सबसे युवा निशानेबाज बन गए हैं । सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। आपको बता दें भारत के लिए मेडल विजेताओं में विहान तीसरे किशोरावस्था के खिलाड़ी हैं। इससे पहले 16 साल के सौरभ चौधरी और 19 साल के लक्ष्य ने भारत को गोल्ड मेडल जिताया था । इससे पहले 2010 में रोंजन सोढ़ी ने गोल्ड मेडल जीता था जबकि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सिल्वर मेडल जीता था।
Published on:
23 Aug 2018 03:16 pm
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