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उलझन में भारतीय घुड़सवार फवाद मिर्जा, ओलंपिक में कौन सा घोड़ा लेकर जाएं

फवाद मिर्जा पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग लेंगे और वे इसमें कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। फवाद 20 साल बाद ओलंपिक टिकट हासिल करने वाले भारतीय घुड़सवार हैं।

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भारत के घुड़सवार फवाद मिर्जा ने इस साल जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों का टिकट पक्का किया। फवाद मिर्जा पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग लेंगे और वे इसमें कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। फवाद 20 साल बाद ओलंपिक टिकट हासिल करने वाले भारतीय घुड़सवार हैं। हालांकि वह ओलंपिक को लेकर एक परेशानी में हैं। उनको घोड़े का चुनाव करना मुश्किल काम लग रहा है। दरअसल, फवाद उलझन में हैं कि वह ओलंपिक में कौन-सा घोड़ा इस्तेमाल करेंगे। इसको लेकर वह अभी तक कोई फैसला नहीं कर पाए हैं। उनका कहना है कि इस महीने के आखिर में प्रविष्टि जमा करने के समय जो भी घोड़ा फॉर्म में होगा, वह उसे ले जाएंगे।

दो घोड़ों में से करना है एक का चयन
फवाद मिर्जा के पास दो घोड़े हैं और उनके पास इन दोनों से एक का चयन करने के लिए इस महीने के आखिरी तक का समय है। बेंगलुरू निवासी 29 वर्षीय फवाद मिर्जा ने पिछले साल ओलिंपिक का कोटा हासिल किया था, लेकिन उन्हें एक औपचारिकता पूरी करने के लिए एमईआर फाइनल क्वालीफिकेशन हासिल करना था जो उन्होंने पौलेंड में कर लिया। फवाद मिर्जा इस समय जर्मनी में अभ्यास कर रहे हैं। ओलिंपिक में इवेंटिंग में व्यक्तिगत कोटा हासिल करने वाले फवाद तीसरे भारतीय घुड़सवार हैं। इससे पहले इंद्रजीत लांबा और इम्तियाज अनीस भी ओलंपिक इवेंटिंग में ऐसा कर चुके हैं।

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दोनों घोड़े शानदार फॉर्म में
फवाद मिर्जा ने हाल ही एक ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उन्होंने अभी तक तय नहीं किया है। उनका कहना है कि उनके दोनों घोड़े शानदार फॉर्म में हैं और वह जून के आखिर में प्रविष्टि भेजने तक एक को चुन लेंगे। उनका कहना है इस समय एक का चयन मुश्किल है। फवाद एशियाई खेलों में दोहरे रजत पदक जीत चुके हैं। घोड़ों के चयन को लेकर उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से घोड़े के फॉर्म पर निर्भर करेगा, जो भी सबसे अच्छी फॉर्म में होगा, उसी को चुनेंगे।

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एक से अधिक घोड़े ले जा सकते हैं
कोई भी घुड़सवार ओलिंपिक में एक से अधिक घोड़े ले जा सकता है, लेकिन प्रतिस्पर्धा के लिए एक को चुनना होता है। टोक्यो जाने से पहले घोड़े एक सप्ताह तक क्वारंटीन में रहेंगे और टोक्यो में उन्हें बायो बबल में रहना होगा। वहीं बात करें फवाद मिर्जा की तो उन्होंने वर्ष 2018 में जकार्ता में खेले गए एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। उन्होंने व्यक्तगित स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया था।