
betty kuthbert
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की महिला एथलीट बेटी कुथबर्ट का नाम उन गिने चुने हुए खिलाडियों में लिया जाता है जिन्होंने विश्व ओलम्पिक के दौरान चार -चार बार चैंपियन बनने की उपलब्धि अपने नाम किया हो । खेल जगत से जुड़े और दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए कुटबर्थ का निधन एक बेहद दुखद खबर है ।
जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि बेटी कुथबर्ट चार बार ओलम्पिक चैम्पियन रही थी । वह 79 साल की थीं । अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ ने कुथबर्ट के निधन पर शोक जाहिर किया है ।कुथबर्ट का जन्म 1938 में न्यू साउथ वेल्स में हुआ था । 1956 में कुथबर्ट ने छोटी उम्र में 200 मीटर में नया विश्व रिकार्ड बनाया था । इसी साल कुथबर्ट ने मेलबर्न ओलम्पिक में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले स्पर्धा का स्वर्ण जीता था ।रोम में 1960 में हुए ओलम्पिक खेलों के दौरान कुथबर्ट को चोट लगी थी और वह उसी के बाद रिटायर हो गई थीं लेकिन 1962 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के साथ उन्होंने एक बार फिर वापसी की । दो साल बाद कुथबर्ट ने खुद को 1964 ओलम्पिक में 400 मीटर दौड़ के लिए तैयार किया और स्वर्ण जीता ।कुथबर्ट ओलम्पिक इतिहास की एकमात्र ऐसी एथलीट रही हैं, जिन्होंने 100, 200 और 400 मीटर में स्वर्ण जीता है । साल 2000 में सिडनी ओलम्पिक खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान कुथबर्ट ने मशाल जला। निश्चित रूप से कुथबर्ट का हमारे बीच से चले जाना खेल जगत में एक अपूरणीय क्षति है जिसका भरपाई कर पाना मुश्किल नहीं नामुमकिन है ।
100 मीटर के दौड़ में यह उपलब्धि उन्होंने महज 11.4 सेकंड में हाशिल किया था । आपको बता दूँ कि दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले धावक उसैन बोल्ट ने उपलब्धि 9 सेकंड में लगभग हाशिल किया था । हमारे बीच से ऐसे महान महिला खिलाडी के गुजर जाने के बाद दुनिया के खिलाड़ियों ने दुःख प्रकट किया वो आने वाले महिला खिलाडियों के लिए प्रेरणा थी ।
Published on:
07 Aug 2017 11:17 am
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