नीरज चोपड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “सबसे पहले मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरा अरशद नदीम के साथ बहुत मजबूत रिश्ता नहीं है। हम कभी भी करीबी दोस्त नहीं थे। अब भारत-पाक सीमा पर तनाव के चलते हमारे बीच बातचीत पहले जैसी नहीं होगी। पर अगर कोई मुझसे सम्मान से बात करता है, तो मैं भी सम्मान से ही बात करता हूं।”
नीरज ने आगे कहा कि खिलाड़ी होने के नाते संवाद ज़रूरी होता है, लेकिन व्यक्तिगत समीकरण राष्ट्रीय परिस्थितियों से अछूते नहीं रह सकते। उन्होंने कहा, ‘जैवलिन थ्रो में बहुत छोटा समुदाय है और हर कोई अपने देश के लिए प्रतिस्पर्धा करता है। मेरे कुछ अच्छे दोस्त हैं, अन्य खेलों से भी, और मैं हमेशा सम्मान की भावना से पेश आता हूं।”
भारतीय सेना में नीरज को मिला बड़ा सम्मान
बता दें हालही में नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। भारत सरकार की साप्ताहिक आधिकारिक पत्रिका गजट ऑफ इंडिया के अनुसार यह नियुक्ति 16 अप्रैल 2025 से प्रभावी हुई है। नीरज 26 अगस्त 2016 को नायब सूबेदार के रूप में भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी के रूप में पहली बार शामिल हुए थे। इसके दो वर्ष बाद नीरज को एथलेटिक्स में शानदार प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार मिला और फिर 2021 में खेल रत्न से सम्मानित किया गया। इस वर्ष उन्हें सूबेदार के पद पर पदोन्नत किया गया। टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद नीरज को 2022 में भारतीय सेना के सर्वाेच्च शांतिकालीन सम्मान परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।