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बैडमिंटन: रूस ओपन जीतने वाले भारत के पहले शटलर बने सौरभ वर्मा, हासिल की बड़ी उपलब्धि

भारतीय शटलर सौरव वर्मा ने आज बड़ा इतिहास रचते हुए रूस ओपन में सिंग्लस का खिताब जीत लिया। वे ऐसा करने वाले भारत के पहले शटलर है।

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sourabh

बैडमिंटन: रूस ओपन जीतने वाले भारत के पहले शटलर बने सौरभ वर्मा, हासिल की बड़ी उपलब्धि

नई दिल्ली। भारतीय युवा बैंडिमटन शटलर सौरभ वर्मा ने आज बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए रूस ओपन टूर सुपर 100 बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया। सौरभ ने फाइनल मुकाबले में जापान के कोकी वतानाबे को हराते हुए ये खास मुकाम हासिल किया। सौरभ की ये उपलब्धि काफी खास है। इस मायने से कि वो रूस ओपन को जीतने वाले भारत के पहले शटलर है। भारत के नंबर वन पुरूष बैडमिंटन प्लयेर किंदाबी श्रीकांत से भी अबतक ये खिताब अछूता था।

पहले सेट में हार गए थे सौरभ-
फाइनल मुकाबला में सौरभ और कोकी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। कोकी ने पहले सेट में सौरभ को छकाते हुए 19-21 के अंतर से बढ़त बना ली। हालांकि इसके बाद सौरभ ने शानदार वापसी करते हुए अगले दोनों सेटों में जीत हासिल की। सौरभ ने इस मुकाबले को 19-21, 21-12, 21-17 के अंतर से अपने नाम किया।

सौरभ के गेम का हाल-

सौरभ पहले गेम में शुरू से ही वतानाबे से पिछड़ गये थे। जापानी खिलाड़ी ने 2-0 से शुरुआत की और इंटरवल तक वह 11-5 से आगे थे। भारतीय खिलाड़ी ने वापसी करके स्कोर 11-12 किया लेकिन वतानाबे जल्द ही 18-13 से बढ़त बना गये। दूसरे गेम में सौरभ ने अपनी गलतियों में सुधार करते हुए जल्द ही 7-3 से बढ़त बना ली। वह ब्रेक तक 11-6 से आगे थे। जिसे अंत तक बनाते हुए सौरभ ने गेम को बराबरी पर ला खड़ा किया।

दोनों के बीच हुई कड़ी टक्कर-

निर्णायक मुकाबले में एक बार फिर सौरभ और वतानाबे के बीच कड़ा सर्घष देखने को मिला। वतानाबे ने शुरू में ही 9-3 की बढ़त हासिल कर ली। जिसे वो इंटरवल तक 11-7 पर पहुंचा चुके थे। लेकिन इसके बाद सौरभ ने दमदार वापसी करते हुए स्कोर 15-15 से बराबर कर दिया। बराबरी पर आने के बाद सौरभ ने एक के बाद एक चार लगातार गेम जीतते हुए चैंपियन बनने का रूतबा हासिल किया।

मिश्रित युगल में मिली निराशा-

रूस ओपन के मिश्रित युगल वर्ग में भारतीय चुनौती को निराशा हाथ लगी। इस वर्ग में भारत के रोहन कपूर और कुहू गर्ग की जोड़ी फाइनल में थी। दूसरी वरीयता प्राप्त इस भारतीय जोड़ी का फाइनल में रूस के व्लादीमीर इवानोव और कोरिया की मिन कियुंग किम से मुकाबला हुआ। जहां भारतीय जोड़ी को 19-21, 17-21 से हार का सामना करना पड़ा।