16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लाखों के आभूषण चुराने वृद्धावस्था में रची दोस्तों के साथ साजिश, पढ़कर आप भी चौंक जाएंगे

पुलिस के हत्थे चढ़े चार आरोपी30 साल से बंद मकान को बनाया था निशाना

2 min read
Google source verification

पाली

image

Rajkamal Vyas

Oct 15, 2023

लाखों के आभूषण चुराने वृद्धावस्था में रची दोस्तों के साथ साजिश, पढ़कर आप भी चौंक जाएंगे

गिरफ्तार चोरी के आरोपी

पाली जिले के सिरियारी थाना क्षेत्र के राणावास में पिछले महीने एक बंद मकान में हुई लाखों के सोने-चांदी के गहनों की चोरी की वारदात का राजफाश करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीस साल से बंद मकान में चोरी करने केलिए पुराने दोस्तों को साथ मिलाया गया, जिसमें एक दोस्त तो 20 साल पहले राणावास में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है। पुलिस दो दिन के रिमांड में आरोपियों से आभूषणों की बरामदगी में जुटी है।

थानाधिकारी महिपालसिंह ने बताया कि 12 अक्टूबर को राणावास हाल चेन्नई निवासी सुरेशचंद सुराणा पुत्र मोहनलाल जैन ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके मकान की तिजोरी से अज्ञात चोर सोने-चांदी के आभूषण चोरी कर ले गए। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज व बीटीएस के माध्यम से आरोपियों का पता लगाते हुए राणावास निवासी दुर्गाराम माली (71) पुत्र भीखाराम, हापत हाल नर्सिंगपुरा सोजत निवासी हस्तीमल (61) पुत्र झूमरलाल मालवीय लोहार, हापत हाल नर्सिंगपुरा सोजत निवासी हीरालाल (32) पुत्र झुमरलाल मालवीय लोहार व वडा वारा गुड़ा एंदला निवासी कमलेश (30) पुत्र हरिप्रसाद सैन को गिरफ्तार किया। इस टीम में राणावास चौकी सहायक उपनिरीक्षक मोहनलाल, कांस्टेबल देवीसिंह, श्याम बाजिया, विक्रमसिंह, किशोर कुमार शामिल रहे।

महीनों तक प्रयास, फिर काटी तिजोरी
पुलिस ने बताया कि आरोपी दुर्गाराम माली राणावास का ही है। उसने सुरेशचंद के घर में चोरी की साजिश रची, जो करीब 30 साल से बंद पड़ा है। इस बारे में उसने पुराने दोस्त हस्तीमल को बताया। हस्तीमल ने अपने छोटे भाई हीरालाल तथा अपने खास दोस्त कमलेश को भी इसमें शामिल कर दिया। हस्तीमल ने कमलेश के साथ मिलकर चोरियों की वारदात को अंजाम दिया है। आरोपी कमलेश के खिलाफ अलग-अलग थानों में पांच मुकदमे दर्ज है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सुरेशचंद के घर में चोरी करने का कई महीनों तक प्रयास किया। उन्होंने लगातार रैकी की और मौका पाकर 9 अक्टूबर को चोरी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी दुर्गाराम माली व हस्तीमल बीस साल पहले भी राणावास में एक जैन के मकान में चोरी की वारदात कर चुके हैं।