
पाली जिले के तखतगढ डाक बंगले के बाहर जमा किसान।
Farmers of Jawai Dam Command : किसान संघर्ष समिति सुमेरपुर-आहोर के तत्वावधान में पाली जिले के तखतगढ़ स्थित डाक बंगले में प्रस्तावित किसान महापड़ाव के दौरान कहा की 55 गांव के किसान इस बार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। इसको लेकर प्रशासन पुरी तरह से मुस्तैद रहा। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित बाली, सुमेरपुर सीओ सहित पुलिस बल व सीमा सुरक्षा बल तैनात रहा। महापड़ाव को लेकर तखतगढ कस्बे के प्रवेश द्वारो पर नाकाबंदी कर पुलिस व बीएसएफ के जवानों की तैनाती की गई। इसके उपरांत किसान प्रशासन को चकमा देकर कस्बे में प्रवेश किया। जहां पर किसान संघर्ष समिति सुमेरपुर-आहोर अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह गलथनी के नेतृत्व में किसान इकट्ठा होकर प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए डाक बंगले के बाहर पहुंचे।
किसानों व पुलिस के बीच तकरार
किसान डाक बंगले के बाहर पहुंचने पर पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका। किसानों व पुलिस अधिकारियों के बीच तकरार भी हुई। जहां पर किसान नेताओं को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व सुमेरपुर सीओ द्वारा आचार संहिता व धारा 144 का हवाला देते हुए भीड़ एकत्रित करने के बारे में पूछा तो आपस में उलझे और काफी गहमागहमी के बाद एकबारगी किसान पैदल ही जालोर चौराहे की तरफ बढ़े।
प्रशासन व किसान प्रतिनिधि मंडल की बैठक बेनतीजा
एक तरफ किसान संघर्ष समिति सुमेरपुर-आहोर अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह सहित किसान जालोर चौराहे पर स्थित पंचमुखी हनुमान जी मंदिर पहुंचकर रणनीति बनानी शुरू की। दूसरी तरफ प्रशासन व किसानों की बैठक नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी कार्यालय में शुरू हुई। जहां पर किसानों व प्रशासन के बीच प्रथम दौर की बैठक मे संभागीय आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपाकर बताया कि फसल बोने का समय निकल रहा है और जल वितरण संबंध में बैठक आज दिन तक आयोजित नहीं हुई है और समय निकल जाने के बाद फसल बोने का औचित्य नहीं रहेगा। इसको लेकर किसान संबंधित अधिकारी एवं प्रशासन की रूबरू बैठक पिछले वर्ष हुए समझौते के अनुसार निर्धारित स्थल जवाई डाक बंगले पर शीघ्र बुलाने की मांग की।प्रतिनिधिमंडल किसानों के बीच पहुंचे। प्रथम दौर की बैठक के बाद एडीएम ने बताया कि किसान बिना परमिशन के महापड़ाव कर रहे थे। जिसको लेकर उन्हें परमिशन लेकर महापड़ाव की बात कही।
55 गांवों के किसानों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान, पानी नहीं तो वोट नहीं
जालोर चौराहे स्थित पंचमुखी हनुमान जी मंदिर में एकत्रित हुए किसानों ने पानी नहीं तो वोट नहीं की नारेबाजी करते हुए एक ही राग में 55 गांवों के किसानों ने मतदान करने का बहिष्कार किया। किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह गलथनी ने कहा कि प्रशासन की तानाशाही है और प्रशासन द्वारा बैठक नहीं होने का हवाला दिया जा रहा है। जबकि पूर्व में बैठक आयोजित हो चुकी है, जिसमें 4100 एमसीएफटी पानी देने की बात कही थी। जो हमे मंजूर नहीं है। किसान 5000 एमसीएफटी पानी लेकर रहेंगे। पुलिस प्रशासन द्वारा 144 धारा का हवाला देने पर कहा कि हमारे लिए 144 की धारा के बावजूद नेताओं द्वारा रेली निकली जा रही है। उनके लिए कोई धारा नहीं ।
मंडोवर भैरूजी मंदिर में डाला डेरा
जालोर चौराहे पंचमुखी हनुमान मंदिर से पैदल कूच करते हुए कस्बे से एक किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे 325 पर स्थित मंडोवर भैरूजी मंदिर में एकत्रित होकर विश्राम किया। इधर, किसानों द्वारा नेशनल हाईवे कि तरफ कूच करने को लेकर प्रशासन के हाथपांव फुले। एडीएम सहित अन्य अधिकारियों द्वारा नगरपालिका कक्ष में बैठकर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजते रहे।
सुबह बनाएंगे आगे की रणनीति
किसान संघर्ष समिति सुमेरपुर-आहोर महामंत्री उमाशंकर मुंदडा ने बताया कि जब तक प्रशासन हमारी मांगे नहीं मानी लेता तब तक महापड़ाव जारी रहेगा। बुधवार का रात्रि विश्राम यहां पर ही रहेगा आगे की रणनीति आज सुबह तय करेंगे।
छह थानों सहित बीएसएफ का लगाया जाब्ता
किसानों के महापड़ाव को लेकर एसडीएम जितेंद्र पांडे, एसडीएम हरिसिंह देवल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हर्ष रत्नू, सुमेरपुर सीओ भूपेंद्रसिंह शेखावत, बाली सीओ राजेश यादव सहित तखतगढ़ थाना अधिकारी कैलाश दान, नाना थानाधिकारी, फालना थानाधिकारी, देसूरी थानाधिकारी, सुमेरपुर , फालना का पुलिस जाब्ता व बीएसएफ के जवान मौजूद रहे।
Published on:
25 Oct 2023 06:28 pm
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