भक्त माता की भक्ति में लीन होकर जयकारों के साथ पैदल चलते जाते है।
शहर में गुप्त नवरात्री पर्व पर भक्तों का पैदल संघ गाजन माता मंदिर दर्शन करने जाता है। इस संघ में आस्था व श्रद्धा का ज्वार उमड़ पड़ता है। भक्त माता की भक्ति में लीन होकर जयकारों के साथ पैदल चलते जाते है। शहर धर्म-ध्यान के साथ एकता की महक से सराबोर हो जाता है। 25 वर्षों से लगातार यह यात्रा जारी है। बजरंग बाग से गाजे बाजे के साथ गाजन माता जयघोष व आरती के साथ गाजन माता पैदल संघ रवाना होता है। जो शहर के गीता भवन, सोमनाथ मंदिर, भैरव घाट, सिंधी कॉलोनी, रामदेव रोड, हाउसिंग बोर्ड साईबाबा मंदिर धार्मिक दर्शन के साथ गाजन माता पहुंचता है।
पांच सौ श्रद्धालुओं से शुरु हुई थी यात्रा
संघ अध्यक्ष मोहनलाल परिहार ने बताया 23 साल से संघ गाजन माता मंदिर पैदल जाता है। शुरुआत में 500 लोग थे लेकिन समय के साथ अब 1500 से दो हजार लोग रहते है। संघ में पुरुषों के साथ महिलाओं व बालिकाएं बढ चढ़कर हिस्सा लेती है। 19 किलोमीटर की यात्रा में अपार आस्था का सैलाब उमड़ता है।
गाजन माता संघ संभालता हैं व्यवस्थाएं
गाजन माता पैदल संघ पदाधिकारियों की ओर से व्यवस्था की जाती है। जिसमें घीसुलाल परिहार, मांगीलाल परिहार, शैतानराम परिहार, ढलाराम पटेल, कोषाध्यक्ष खेताराम परिहार, उपाध्यक्ष सुरेश सोनी, सचिव महेंद् सोनी व्यवस्थाएं संभालते है।