- जयपुर के एनजीओ सदस्य प्रत्येक मकान मालिक से कर रहे वसूली- पत्रिका की सूचना पर हरकत में आया पुलिस प्रशासन- भाग छूटे वसूली करने वाले सदस्य
रायपुर मारवाड़. शीर्षक पढ़कर आप भी चौक गए होंगे, लेकिन ये सच है। पत्रिका ने पड़ताल कर जब इसकी हकीकत से पुलिस प्रशासन को अवगत कराया तो वे भी चौंक गए। जब पुलिस वसूली करने वालों को पकडऩे निकली तो वे लोग फ रार हो गए।
दरअसल, शनिवार दोपहर झाला की चौकी गांव से एक जागरूक पाठक ने पत्रिका को फ ोन पर सम्पर्क कर बताया कि उनके गांव में कुछ युवक स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर वसूली कर रहे हैं। पत्रिका ने पड़ताल की। इसमें सामने आया कि जयपुर की एक स्वयंसेवी संस्था के सदस्य हैं, जो गावों में घूम रहे हैं। ये लोग घर-घर जाकर स्वच्छ भारत अभियान का सर्वे करने का कहते हुए मकानों के बाहर मकान नम्बर की प्लेट लगा तीस-तीस रुपए वसूल कर रहे हैं। मामला फ र्जी निकला तो पत्रिका ने जिम्मेदारों को सूचना दी। उपखण्ड अधिकारी मोहनलाल खटनावलिया ने पुलिस से सम्पर्क किया और उन्हें झाला की चौकी जाकर वसूली करने वालों को पकडऩे के निर्देश दिए। इधर, गांव वालों ने उन लोगों को पकडऩे की कोशिश की तो वे बाइक से फ रार हो गए।
रसीद में भी गोलमाल
अपने आप को संस्था सदस्य बता वसूली करने वाले युवा मकान मालिकों से तीस-तीस रुपए लेकर रसीद दे रहे थे। इस रसीद पर स्वच्छ भारत अभियान सर्वे व मकान नम्बर प्लेट का जिक्र किया हुआ है। लेकिन संस्था ने अपना नाम कहीं नहीं लिखा।
एक माह में हजारों से वसूली
जयपुर निवासी सुनील कुमार इस टीम का लीडर है। इसके साथ करीब दस युवाओं की टीम जिले के विविध गांवों में जाकर वसूली कर रही है। ये बाइक लेकर ऐसे गांवों में जा रहे हैं, जहां के अधिकांश लोग अनपढ़ है। इससे वे उन्हें आसानी से झांसे में लेकर वसूली कर रहे हैं।
सोजत में कर चुके वसूली
ये टीम सोजत क्षेत्र की जनता को चूना लगाने के बाद रायपुर क्षेत्र में आई है। इस टीम के सदस्य जिले के अन्य गांवों में भी वसूली कर रहे हैं।
अब बन्द कराता हूं
मुझे नहीं पता कि ये वसूली करने कैसे आए। इन्होंने जयपुर की संस्था से जुड़ा होना बताया और सोजत में वसूली के लिए विकास अधिकारी का अनुमति पत्र दिखाया तो मैंने भी दे दी। अब ये वसूली गलत है तो अभी बन्द करा देता हूं।
- गिरीश जिरोता, कार्यवाहक विकास अधिकारी, रायपुर
ये फर्जीवाड़ा यहां नहीं चलने देंगे
स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर अवैध वसूली नहीं करने दी जाएगी। मैंने सूचना पर पुलिस भेजी, लेकिन वसूली करने वाले फ रार हो गए। विकास अधिकारी ने बगैर जांच पड़ताल के कैसेअनुमति दे दी। यह गम्भीर बात है पूरे मामले की जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
-मोहनलाल खटनावलिया, एसडीएम रायपुर