Hariyalo Rajasthan : राजस्थान में पांच करोड़ पौधे मानसून के इंतजार में हैं। मानसून की झमाझम बारिश के साथ ही इन पौधों से मारवाड़-गोडवाड़ ही नहीं, वरन पूरी मरुधरा में हरीतिमा लाने की तैयारी है। खास बात ये है कि इस बार जनआधार कार्ड दिखाने पर वन विभाग की नर्सरियों से निर्धारित मूल्य पर पौधे आमजन को मुहैया कराए जाएंगे।
Hariyalo Rajasthan : राजस्थान में पांच करोड़ पौधे मानसून के इंतजार में हैं। मनसून की झमाझम बारिश के साथ ही इन पौधों से मारवाड़-गोडवाड़ ही नहीं, वरन पूरी मरुधरा में हरीतिमा लाने की तैयारी है। प्रदेशभर की नर्सरियों में हजारों पौधे तैयार किए जा रहे हैं। खास बात ये है कि इस बार जनआधार कार्ड दिखाने पर वन विभाग की नर्सरियों से निर्धारित मूल्य पर पौधे आमजन को मुहैया कराए जाएंगे। इस याेजना के तहत करीब तीन करोड़ पौधे वितरित किए जाएंगे।
जुलाई से पौधों की बिक्री
वन क्षेत्रों के बाहर गांव-कस्बों में वृक्षारोपण योजना के अंतर्गत वन विभाग की 15 नर्सरियों में 14.5 लाख के पौधे तैयार हो रहे हैं, जिसमें फलदार, फूलदार व छायादार पौधे हैं। सिर्फ बारिश का इंतजार है। माना जा रहा है कि जून के अंत तक मानसून दस्तक दे देगा। ऐसे में जुलाई से पौधों की बिक्री शुरू हो जाएगी।
नौ लाखों घरों में छाएगी खुशहाली
जिले में तैयार हो रहे 14.5 लाख में से नौ लाख पौधे तो घरों में खुशहाली जाएंगे। ये पौधे परिवारों में वितरण किए जाएंगे। वहीं ग्राम पंचायतों को तीन लाख पौधे दिए जाएंगे, जिससे गोचर, ओरण व चारागाह को हरा-भरा किया जाएगा। वहीं 2.5 लाख पौधे नगर पालिका व नगर परिषद को दिए जाएंगे। इसके अलावा एक लाख पौधे अलग से तैयार किए जा रहे हैं, जिससे वन क्षेत्र में प्लांटेशन किया जाएगा।
फलदार ही नहीं, फूलदार और छायादार भी
राजस्थान की नर्सरियों में अमरूद, हरसिंगार, नींबू, सीताफल, शहतूत, मोरपंखी, बोगनविलिया, पाम, जंगल जलेबी, गुलमोहर, सागवान, बेर, नीम, कदम, आंवला, करोंजा, सदाबहार, कनेर, गुडहल, देसी बबूल, पापडी, शीशम, पीपल, बड आदि पौधे तैयार हो रहे हैं।
ऐसे समझें गणित
- 05 करोड़ पौधे इस बार प्रदेश की नर्सरियों में तैयार हो रहे हैं। उसमें दो करोड़ पौधे तो छह माह व तीन करोड़ पौधे बारह माह की उम्र के शामिल है।
- 01 करोड़ पौधों से गोचर, ओरण, चारागाह भूमि में हरीतिमा लाने का प्रयास किया जाएगा। ये ग्राम पंचायतों को निधाZरित लागत दरों पर देंगे।
- 01 करोड़ पौधे शहरी क्षेत्र में हरीतिमा लाएंगे। ये शहरी निकायों यानी नगर परिषद, नगर विकास न्यास, नगर निगम, नगर पालिका के जरिए वितरित किए जाएंगे।
- 03 करोड पौधे व्यक्तिगत लाभार्थियों व आमजन को जन आधार कार्ड के आधार पर मुहैया कराए जाएंगे।