
नेहड़ा बांध पर गांधीवादी तरीके से धरने पर बैठा दीपक बामणिया।
पाली जिले के रोहट क्षेत्र का सबसे बड़ा बांध नेहड़ा बांध जो पिछले कई वर्षों से पाली की फैक्ट्ररियों के प्रदूषित पानी से बर्बाद हो रहा है। इससे काश्तकारों की फसले खराब हो गई, लेकिन आज दिन तक इस बांध में प्रदूषित पानी आना बंद नहीं हुआ। इस बांध में प्रदूषित पानी हर समय भरा पड़ा रहता है। ऐसे में अब दिवान्दी गांव के सामाजिक कार्यकता दीपक बामणिया ने नेहड़ा बांध के प्रदूषित पानी को रोकने की मांग को लेकर गांधी जयंती के दिन अमर्तिया धाम से पैदल यात्रा निकालते हुए तीन दिन के लिए नेहड़ा बांध पर आमरण अनशन शुरू कर दिया।
गांधी जयंती के दिन दिंवादी निवासी 36 साल के दीपक बामणिया की जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन से बहुत प्रभावित हैं और उनके गेटअप में 2 अक्टूबर को नेहड़ा बांध को बचाने की मांग को लेकर अमर्तिया धाम कुलथाना से नेहड़ा बांध की पैदल यात्रा पर निकले। रास्ते में लोगों से मिलते हुए वे नेहड़ा बांध पहुंचे।
नेहड़ा बांध बचाने के लिए छोड़ा अन्न
नेहड़ा बांध को प्रदूषण से बचाने के लिए स्थाई समाधान के प्रयास करने की मांग को लेकर गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता दीपक बामणिया बांध के पास अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने अन्न का त्याग कर रखा है और सिर्फ पानी, छाछ और दूध ले रहे हैं। उनका कहना है कि बांडी नदी में चोरी छीपे रंगीन पानी अब भी छो्ड़ा जा रहा है। कइयों ने जमीन के नीचे पाइप लाइन बिछा रखी है। जिससे सीधे फैक्ट्रियों का रंगीन पानी बांडी नदी में छोड़ रहे है। जिससे नदी और नेहड़ा बांध दोनों बर्बाद हो रहे है।
यह प्रमुख मांगे
-बांडी नदी में एक बूंद भी रंगीन पानी नहीं छोड़ा जाए इसकी पुख्ता व्यवस्था की जाए
-नेहड़ा बांध पूर्ण रूप से साफ किया जाए
-राजस्थान में सम्पूर्ण केसीसी और किसानों के को-ऑपरेटिव बैंक से लिए लोन माफ किए जाएं
-बांडी नदी में रंगीन पानी छोड़ने के लिए जिन्होंने चोरी-छीपे जो भूमिगत पाइप लाइन बिछाई है। उनकी तलाश कर उन्हें निकाला जाए
Published on:
04 Oct 2023 08:42 pm
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