रिश्वतखोर डिप्टी रेंजर व वनरक्षक को रंगेहाथ दबोचने के लिए लोकायुक्त ने जाल बिछाया। तय प्लान के तहत शिकायतकर्ता फड़ मुंशी ने आरोपियों को फोन कर रिश्वत की रकम पहुंचाने के लिए जगह के बारे में पूछा। रिश्वत की रकम के बारे में सुनते ही डिप्टी रेंजर श्रवण कुमार शुक्ला व वनरक्षक लोकेंद्र उतावले हो उठे और शिकायतकर्ता को चौकी पर ही बुला लिया। कमलकिशोर जैसे ही वनरक्षक के हाथ में रकम रखी उसी समय लोकायुक्त टीम ने दोनों को धर लिया। दोनों ने भागने की भी कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। लोकायुक्त ने दोनों आरोपियों के हाथ धुलाए और वह शर्ट भी उतरवाई जिसमें रिश्वत की रकम रखी गई थी। लोकायुक्त ने आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम किया है।
वन चौकी मड़वा में लोकायुक्त की कार्रवाई की खबर लगते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया। दोनों मंडलों के कार्यालय व चौकियों में वनकर्मियों के बीच हड़कंप की स्थित रही। बताया गया कि दोपहर में लोकायुक्त की टीम द्वारा डिप्टी रेंजर व वनरक्षक को रंगेहाथ धरने की खबर दक्षिणी वन मंडल में जंगल में आग की तरह फैली। चौकियों पर ड्यूटीरत वनकर्मी चौकी में ताला जड़कर गायब हो गए। बताया गया कि दोपहर तीन से शाम 7 बजे तक ज्यादातर चौकियों में कोई अमला उपस्थित नहीं था। बताया गया कि वन मंडलों में तेंदुपत्ता संग्रहण में जमकर धांधली वन अधिकारी करते हैं।