
Horsehair Worm (फोटो सोर्स : एआई जेनरेटेड)
MP News: दक्षिण पन्ना वनमंडल के मोहन्द्रा परिक्षेत्र अंतर्गत मोतीडोल बीट में एक दुर्लभ जीव मिला। उसे 'घोड़े के बाल जैसे कीड़ा (Horsehair Worm) कहा जाता है। इसे देखकर लोग हैरान रह गए। डीएफओ दक्षिण वन मंडल अनुपम शर्मा के अनुसार यह नेमाटोमोर्फा जीवसमूह से संबंधित है। यह कीड़ा अत्यंत पतला, सफेद या हल्के भूरे रंग के धागे जैसा है। यह गीली मिट्टी, पानी के आसपास उलझे हुए समूह में पाया जाता है। यह न तो मनुष्यों को और न ही अन्य बड़े प्राणियों को कोई हानि पहुंचाता है।
मोतीडोल बीट में कार्यरत वनकर्मी अरविंद कुमार विश्वकर्मा को यह हॉर्सहेयर वॉर्म मिला। हॉर्सहेयर वॉर्म का जीवन चक्र अत्यंत रोचक होता है। ये कीड़े प्रारंभिक अवस्था में झिंगुर, टिड्डा, या भृंग जैसे कीटों के शरीर के भीतर परजीवी के रूप में निवास करते हैं। परिपक्व होने पर यह कीट के मस्तिष्क को प्रभावित कर उसे पानी की ओर आकर्षित करते है, जहां से यह जीव बाहर निकल आता है और कुछ समय के लिए स्वतंत्र रूप से जल या गीले वातावरण में जीवन व्यतीत करता है। इस प्रक्रिया को देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे यह कीड़ा अचानक जमीन या पानी से उत्पन्न हो गया हो, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोग मिथक और अंधविश्वास जुड़ जाते हैं।
दक्षिण वन मंडल के डीएफओ अनुपम शर्मा ने बताया कि जीव का व्यवहार न केवल जैविक दृष्टि से रोचक है, बल्कि यह पारिस्थितिकी तंत्र की समृद्धता का भी परिचायक है। ऐसे कीडे जैव विविधता के अच्छे संकेतक माने जाते हैं। वे कीटों की संख्या को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में सहायक होते हैं, जिससे यह एक प्रकार के प्राकृतिक जैव नियंत्रक के रूप में कार्य करता है।
डीएफओ शर्मा ने कहा कि हमारा उद्देश्य ग्रामीण समुदायों में ऐसे जीवों के बारे में सही वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करना है, जिससे अंधविश्वास और अनावश्यक भय को दूर किया जा सके। जीवों को देखकर घबराएं नहीं। इन्हें नुकसान न पहुंचाएं, इनके प्रति जिज्ञासा रखें और प्रकृति की इस विलक्षण रचना का सम्मान करें। बीट में हॉर्सहेयर वॉर्म(Horsehair Worm) की यह उपस्थिति न केवल जैव विविधता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि हमारे वन क्षेत्र किस प्रकार संतुलित और जीवंत हैं।
Published on:
24 Jul 2025 12:30 pm
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