
(पटना): पटना के राजीव नगर में स्थित आसरा शेल्टर होम की संचालिका मनीषा दयाल और चितरंजन कुमार की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। जेल में बंद मनीषा और चितरंजन की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है। शेल्टर होम में रहने वाली दो संवासिनियों की मौत के बाद पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया था।
दो संवासिनियों की मौत के बाद पडे मुश्किल में
पटना के राजीव नगर का आसरा शेल्टर होम थोड़े दिनों पहले तब सुर्खियों में आया जब यहां रहने वाली 4 संवासिनियों ने भागने का प्रयास किया था। इनकी कोशिश को नाकाम करते हुए इन्हें पकड़ लिया गया। पर इसके दो दिन बाद ही शेल्टर होम में रहने वाली दो लड़कियों की संदिग्ध मौत के बाद से पूरे राज्य में हडकंप मच गया। मुजफ्फरपुर बालिका गृह के साथ ही यह शेल्टर होम भी लोगों की नजरों में आ गया। संवासिनियों की मौत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
लापरवाही के आरोप में हुए थे गिरफ्तार
संवासिनियों की मौत के बाद इस शेल्टर होम में रहने वाली सभी लड़कियों व महिलाओं का मेडिकल करवाया गया। इस जांच में चौंका देने वाली बात सामने आई। यहां की 73 महिलाओं का मेडिकल कराया गया। इनमें 52 एनीमिया से ग्रस्त पाई गई। यह बात सामने आने के बाद पुलिस ने शेल्टर होम की संचालिका मनीषा दयाल व चितरंजन को शेल्टर होम के संचालन में लापरवाही बरतने के इल्जाम में गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी थी। तब से लेकर अब तक दोनों जेल में बंद है।
रसूखदारों से अच्छे संबंध
मनीषा दयाल के गिरफ्तार होने के बाद से उनके रसूख को बयां करती हुई कई तस्वीरें वायरल हुई थी। इनमे मनीषा बिहार के कई नेतओं व रसूखदारों के साथ नजर आ रही थी। पुलिस पूछताछ में मनीषा ने मुजफ्फर शेल्टर होम के संचाल ब्रजेश ठाकुर से भी संबंध होने की बात स्वीकारी थी।
Published on:
23 Sept 2018 03:30 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
पटना
बिहार न्यूज़
ट्रेंडिंग
