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Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में चुनाव से पहले महागठबंधन और एनडीए में सीट बंटवारे पर फंसा पेंच!

Bihar Assembly Elections 2025 बिहार में विधानसभा चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो गई है। राजनीतिक दलों में इसको लेकर प्रतिदिन अब मंथन हो रहे हैं। लेकिन एनडीए में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के कारण जहां सीटों के बंटवारे में पेंच फंसा है, वहीं महागठबंधन में मुकेश सहनी के दावे के बाद  पेशो पेश की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

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seat sharing battle

एनडीए और महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर घमासान

Bihar Assembly Elections 2025 बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। एनडीए और महागठबंधन दोनों घटक दलों में सीट बंटवारे को लेकर बैठक का दौड़ जारी है। दोनों घटक दल के नेताओं का दावा है कि सब कुछ सामान्य है। एक दो दिनों के अंदर घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो जायेगा। लेकिन, दोनों घटक दलों में सीट बंटवारे को लेकर घमासान मचा है। एनडीए में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के कारण जहां पेंच फंसा है, वहीं महागठबंधन में मुकेश सहनी के दावे के बाद गठबंधन में पेशो पेश की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इधर, झामुमो और पशुपति पारस की पार्टी के दावे से भी महागठबंधन में सीटों के बटवारे में एक बड़ी समस्या सामने आ रही है।

सहनी के दावे से महागठबंधन में बढ़ी परेशानी

कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने महागठबंधन में 66 सीटों पर अपना दावा ठोक दिया है। इसके साथ ही 50 सीटों की लिस्ट भी पार्टी ने आरजेडी को सौंप दी है। लेफ्ट पार्टी ने 30 से 40 सीटों पर अपना दावा ठोका है। मुकेश सहनी 50 सीटों पर दावा कर रहे हैं। इसके साथ ही मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम की कुर्सी भी चाहिए। पशुपति पारस ने 20 सीटों पर दावा किया है। जबकि झामुमो ने 12 सीटों पर दावा ठोका है। आरजेडी खुद कम से कम 122 से 124 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि घटक दल के सूत्रों का कहना है कि दावे किए गए हैं। लेकिन महागठबंधन में इसपर अभी मंथन चल रहा है।

कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा चुनाव

कांग्रेस को 55 सीटें मिलने की उम्मीद है। पिछले बार कांग्रेस 80 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 19 सीटें जीती थी। लेफ्ट पार्टी को 30 सीटों के आस पास मिलने की संभावना है। सहनी की पार्टी को 30 सीट मिलने की संभावना है इसमें से 15 सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी के उम्मीदवार होंगे। झामुमो को 5 से 6 सीट मिलने की उम्मीद है। पशुपति पारस पर महागठबंधन थोड़ा बड़ा दांव लगाना चाह रही है। लेकिन शर्त मुकेश सहनी वाला ही है। आरजेडी और कांग्रेस इनको अपना प्रत्याशी देगी।

मांझी और चिराग के कारण एनडीए में फंसा पेंच

एनडीए में जीतन राम मांझी और चिराग पासवान के कारण सीटों के बंटवारे का पेंच फंसा है। हम पार्टी प्रमुख जीतन राम मांझी लोजपा (रामविलास) चिराग पासवान के बराबर सीट चाह रहे हैं। चिराग पासवान ने 40 से 50 सीटों पर अपना दावा किया है। जीतन राम मांझी को भी इतनी ही सीटें चाहिए। दोनों ने मन के अनुसार सीट नहीं मिलने पर अकेले चुनाव लड़ने की धमकी दे रखा है।

प्रेशर पॉलटिक्स

शुक्रवार को कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में जीतन राम मांझी ने अपने कार्यकर्ताओं को सभी 243 सीटों पर तैयारी करने को कहकर एनडीए घटक दलों पर दबाव बनाया। वहीं चिराग पासवान के जीजा अरूण भारती ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर वर्ष 2020 के विधानसभा की चर्चा कर साफ कर दिया कि हम इसके लिए भी तैयार हैं। उपेंद्र कुशवाहा दो दिन पहले पटना के मिलर स्कूल में एक सबा कर अपना शक्ति प्रदर्शन करने का प्रयास किया है। जदयू 102 और बीजेपी 101 पर चुनाव लड़ना चाह रही है। ऐसे में मांझी और चिराग पासवान के दावे के कारण पार्टी के अंदर पेंच फंसा है।