30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Bihar Election Results 2025: सीमांचल में ओवैसी ने तेजस्वी की तेज पर लगाया ब्रेक, मुस्लिमों बहुल क्षेत्र में एनडीए का दबदबा

Bihar Election Result असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का सीमांचल में शानदार प्रदर्शन की वजह से सीमांचल में तेजस्वी के तेज पर ब्रेक लग गया। एनडीए ने सीमांचल में शानदार वोट मिले हैं।

2 min read
Google source verification

Bihar Election Results 2025 बिहार चुनाव की काउंटिंग अब करीब करीब पूरी हो गई है। बिहार में एनडीए ने बड़ा खेल कर दिया है, ताजा रूझान में एनडीए को इस दफा 200 से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं महागठबंधन को इस चुनाव बड़ा नुकसान होता दिख रहा है। महागठबंधन को अपने परंपरागत गढ़ में भी हार का सामना करना पड़ा। सीमांचल जिसे आरजेडी और महागठबंधन का गढ़ कहा जाता रहा है पार्टी को वहां भी करारी हार का सामना करना पड़ सकता है।

ओवैसी को 24 सीटों में 6 पर बढ़त

इधर, एक बार फिर से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) सीमांचल में अच्छा प्रदर्शन करती नजर आ रही है। ओवैसी की पार्टी सीमांचल की 24 सीटों में से 6 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। पिछले दफा 2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM को 24 में पांच सीटें मिली थी। सीमांचल में AIMIM की कई सीटों पर शानदार प्रदर्शन की वजह से महागठबंधन को सीमांचल में काफी नुकसान का सामना करना पड़ा।

ओवैसी ने कही थी चॉकलेट छीनने की बातओ

ओवैसी ने पहले ही कहा था कि सीमांचल में उनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी। महागठबंधन से बिहार में हमारी पार्टी ने सिर्फ 6 सीटों की मांग की थी, लेकिन आरजेडी ने साफ इनकार कर दिया था। ओवैसी ने जो 6 सीटों की मांग महागठबंधन से की थी पार्टी उसपर ही आगे चल रही है। सीमांचल के 24 सीटों पर इस दफा कांग्रेस को 12 सीटें, राजद को 9 सीटें, वीआईपी को 2 सीटें और भाकपा माले को एक सीट पर चुनाव मिली थी। लेकिन रुझानों में इन दलों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक है।

नीतीश पर मुस्लिमों ने क्यों किया भरोसा?

सीनियर पत्रकार कहते हैं कि यूपी के भय से बिहार के मुसलमानों में एक राय बनी थी कि इस बार नीतीश कुमार को मजबूत रखना है। उनका कहना था कि नीतीश कुमार के कमजोर होने पर बिहार में भी उत्तर प्रदेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती है, इसी डर से मुस्लिम वोटरों ने एनडीए, खासकर जेडीयू के पक्ष में अपना वोट दिया।