23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Bihar Weather: मानसून की विदाई से पहले बिहार में होगी झमाझम बारिश, जानिए आज कैसा रहेगा मौसम

Bihar Weather बिहार में मानसून की विदाई की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। लेकिन, मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की विदाई से पहले बिहार के कई हिस्सों में झमाझम बारिश होगी।

2 min read
Google source verification
CG Weather: मौसम पट्टी की दिशा बदली, 2 से 4 सितंबर तक हो सकती है भारी वर्षा

Bihar Weather: बिहार में मानसून विदाई से पहले बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार 2 अक्तूबर से 6 अक्तूबर तक बारिश की संभावना है। इस दौरान उत्तर-बिहार और पूर्वी-बिहार के कई जिलों में बारिश होगी। मौसम विभाग ने रविवार को चेतावनी जारी करते हुए बताया कि निचले वायुमंडल में पूर्वी हवाओं की सक्रियता बढ़ने की वजह से आद्रता में वृद्धि होगी। इसकी वजह से मानसून की सक्रियता बढ़ेगी और बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार 2 अक्टूबर से पटना, समस्तीपुर, नालंदा, वैशाली और मुजफ्फरपुर में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 4 और 5 अक्टूबर को इन जिलों में तेज बारिश हो सकती है।

आज कैसा रहेगा मौसम

पटना में मौसम शुष्क बना रहेगा। दिन में तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। जबकि शाम तक हल्की हवा चलने की संभावना है। इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि रात में उमस बनी रहेगी।

सावधानी बरतने की सलाह

मौसम विभाग के अनुसार बारिश की तीव्रता बढ़ने पर जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, बारिश की वजह से गंडक, कोसी, बागमती और कमला बलान जैसी नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है। इसके साथ ही निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। इसको लेकर मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को अलर्ट रहने और लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।

अक्टूबर में कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार 2 से 6 अक्टूबर के बीच बिहार में झमाझम बारिश होगी। इसके साथ ही पूर्वी हवाओं की सक्रियता की वजह से आर्द्रता बढ़ेगी। इसकी वजह से मानसून विदाई से पहले एक बार फिर से जोर पकड़ सकता है। इसके चलते उत्तर और पूर्वी बिहार के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा भी दर्ज की जा सकती है। इस दौरान वज्रपात और गरज-चमक की घटनाएं भी बढ़ने की आशंका है।